खास खबर: अहीरवाल में वर्चस्व की जंग, कौन किस पर पड़ेगा भारी

punjabkesari.in Wednesday, Aug 18, 2021 - 04:37 PM (IST)

रेवाडी/महेंद्रगढ़ (योगेंद्र सिंह): दक्षिण हरियाणा में पिछले 3 दिनों से राजनीति उफान पर है। सत्ताधारी भाजपा पार्टी में नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई अब उभर कर सामने आ चुकी है। अभी तक अंदर खाने वर्चस्व को लेकर खींचतान जारी थी, लेकिन केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के 2 दिन के सियासी दौरे ने वर्चस्व की लड़ाई को हवा दे दी। वर्चस्व को लेकर अभी तक दक्षिण हरियाणा में कोई भी केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को टक्कर नहीं दे पाया है, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह के खास केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के स्वागत समारोह और जनसभाओं ने शह- मात के खेल को हवा दे दई।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के प्रोग्राम से राव इंद्रजीत ने जहां दूरी बनाए रखी थी, वहीं उनके कार्यकर्ता भी खुलकर सामने नहीं आए। इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में कई प्रकार की अटकलें और अफवाहों का बाजार गर्म था। इसे देखते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और हाईकमान के हस्तक्षेप के बाद राव इंद्रजीत ने रामपुरा हाउस में मंगलवार को डिनर का आयोजन किया। ताकि और राजनीतिक खींचतान को लेकर जो अफवाह और अटकलों का बाजार गर्म है उसे शांत किया जा सके।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की जन्मस्थली गुरुग्राम के निकट जमालपुर गांव है, तो वही उनकी कर्मभूमि राजस्थान रही है। काफी समय से वह मोदी और अमित शाह के करीबी होने के कारण संगठन में बेहतर तरीके से काम कर रहे थे। हाल ही में मोदी सरकार में फेरबदल के बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। जबकि दूसरी और राव इंद्रजीत 2014 से अभी तक कैबिनेट मंत्री का पद नहीं पा सके हैं। सबको मालूम है कि राव इंद्रजीत हमेशा से दक्षिण हरियाणा की राजनीति करते आए हैं और कई मर्तबा प्रदेश के सीएम के लिए ताल भी ठोक चुके हैं। 

बावजूद उनका यह सपना अभी तक सपना ही बना हुआ है। कांग्रेस में थे जो तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ उनकी खींचतान कई बार सार्वजनिक हो चुकी थी। अब जब वह भाजपा में है, तो वह यहां पर भी अहीरवाल क्षेत्र में अपने दबदबे के दम पर पार्टी पर नियंत्रण रखना चाहते थे लेकिन भाजपा में अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिली है। भाजपा व्यक्ति व्यक्ति विशेष को पसंद नहीं करती है और इसी के चलते उसने अहीरवाल में पार्टी को मजबूत करने को प्रथमिकता दी है। इसी के लिए पहले संगठन विस्तार में राव इंद्रजीत के करीबियों अधिक तवज्जो नहीं दी गई। 

वहीं एकाएक केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के ऐतिहासिक स्वागत समारोह और जनसभाओं उन्हें उनमें और उनके कार्यकर्ताओं में बेचैनी का माहौल निर्मित कर दिया। दूसरी ओर राव इंदरजीत सिंह से जुड़े कई करीबी उनके विरोध में खड़े हैं और इन सभी ने भूपेंद्र यादव के प्रोग्राम को ऐतिहासिक बनाकर खुलेआम राव इंद्रजीत सिंह को चुनौती दी है। वही राव इंद्रजीत के समर्थक कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र यादव के प्रोग्राम से दूरी बनाए हुए थे। 

इसी को लेकर 2 दिनों से राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म था और हर जगह दोनों दिग्गजों के आमने-सामने होने की अटकलें चल रही थी। इस मामले का पटाक्षेप मंगलवार को रात में उस समय हुआ जब राव इंद्रजीत ने अपने घर में डिनर का आयोजन किया और वहां पर भूपेंद्र यादव को आमंत्रित किया। डिनर के बहाने दक्षिण हरियाणा हरियाणा में राजनीतिक अफवाह और अटकलों का जो माहौल था उसे विराम देना ही एक मुख्य उद्देश था।

हरियाणा की राजनीति में अहम भूमिका निभाएंगे भूपेंद्र यादव
अहीरवाल क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक दर्जन के करीब जनसभाएं की है, तो वहीं उनका 100 से अधिक जगह पर स्वागत समारोह हुआ है। पूरा क्षेत्र उनके लिए सड़कों पर उमड़ आया था और यह सब कुछ बिना हाईकमान के निर्देश पर नहीं हो सकता है। भले ही भाजपा तमाम चर्चाओं से दूर भाग रही लेकिन कहीं ना कहीं यह साफ संदेश है कि आने वाले समय में हरियाणा की राजनीति में भूपेंद्र यादव का योगदान महत्वपूर्ण होगा। भूपेंद्र यादव प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही संगठन और आरएसएस का भी आशीर्वाद प्राप्त है। आने वाले समय में वह निश्चित रूप से हरियाणा की राजनीति में सक्रिय होंगे, यही बात सभी के दिमाग मे कौंध रही है।

अहीरवाल में लगातार सक्रिय रहेंगे भूपेंद्र यादव ! 
अभी तक हरियाणा की राजनीति में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ना तो हस्तक्षेप करते थे ना ही उन्होंने यहां पर कोई राजनीतिक जनसभाएं या कोई प्रोग्राम किए हैं। लेकिन 2 दिन के प्रोग्राम ने उन्हें पूरे हरियाणा में लोगों के सिर आंखों पर बैठा दिया है। आने वाले समय में भूपेंद्र यादव विशेष रूप से दक्षिण हरियाणा में और भी प्रोग्राम में शिरकत कर सकते हैं और वह अब यहां लगातार आएंगे, ऐसा कुछ मानना राजनीतिक जानकारों का है। खेर यह बात सही है कि अहीरवाल की राजनीति करने वाले नेता अब साइड लाइन हैं आउट आने वाले समय में इसके संकेत देखने को मिल सकते हैं। विधानसभा चुनाव में आरती यादव की टिकट काटकर भाजपा ने साफ कर दिया था कि कोई भी क्षेत्र हो वहां व्यक्ति विशेष नहीं पार्टी की ही चलेगी।


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Content Writer

vinod kumar

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