समस्या : बूंद-बूंद पानी को तरसे जाजवानवासी

7/3/2019 12:31:47 PM

जींद(ब्यूरो): सर भीषण गर्मी में हम पीने के पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। हमारे यहां पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। पेयजल के मामले में हम गांव में ही दोयम दर्जे के नागरिक बनकर रह गए हैं। इस स्थिति से हमें उबारा जाए और पीने के साफ पानी की व्यवस्था करवाई जाए। ऐसा नहीं हुआ तो फिर आंदोलन के अलावा कोई रास्ता हमारे पास नहीं बचेगा।

यह गुहार जींद पहुंचे जाजवान गांव के लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता से लेकर ए.डी.सी. तक से लगाई। जाजवान के लगभग 12 परिवारों के लोग जींद पहुंचे। इनमें महिलाएं भी शामिल थी। जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता के सामने जाजवान के इन लोगों ने अपने यहां चल रहे पीने के पानी के गंभीर संकट की समस्या रखी। ग्रामीणों ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से वह पीने के पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं।  पूरे गांव में पीने का पानी विभाग सप्लाई कर रहा है लेकिन गांव के 12 परिवार ऐसे हैं जिनके यहां पानी की एक बूंद नहीं पहुंच रही। इनमें अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के परिवार शामिल हैं। ग्रामीणों ने कहा कि सी.एम. विंडो पर भी पेयजल संकट की शिकायत की गई लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। गांव के भूपेश, राजबीर, ओमप्रकाश, बनारसीदास, संदीप, रामफल, धनपत, जोगेंद्र, सुरेश के अलावा आधा दर्जन महिलाओं ने कहा कि पेयजल संकट के चलते उनका जीवन नरक बना हुआ है।

पीने का पानी बहुत दूर से खेतों से लाना पड़ता है। महिलाएं पूरा दिन पीने के पानी का जुगाड़ करने में लगी रहती हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा की वह अपनी समस्या के समाधान के लिए किस्से गुहार लगाएं। जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता संजय शर्मा ने जाजवान के लोगों को आश्वासन दिया की 2-3 दिन में उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। बाद में ग्रामीणों ने कहा कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। 

Isha