हरियाणा का पानी कई दफा चढ़ा राजनीति की बलि : किरण चौधरी

9/14/2018 10:17:44 AM

चंडीगढ़(अर्चना सेठी): हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी का मानना है कि राज्य में पानी की राजनीति चल रही है। यहां की जनता सालों पहले जिस पानी की हकदार थी, अब भी उसके लिए तरस रही है। राज्य का पानी कई दफा राजनीति की बलि चढ़ा। सतलुज यमुना लिंक (एस.वाई.एल.) नहर के नाम पर तो कभी हांसीबुटाना लिंक नहर और दादुपुर नलवी नहर के नाम पर यह छीनता ही गया। किरण चौधरी ने पंजाब केसरी से हरियाणा की मौजूदा स्थिति पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने दलगत राजनीति से उठकर राज्य के पानी के लिए एकजुट होकर काम करने की बात कही।

हरियाणा में कांग्रेस अलग-अलग रैलियां कर रही है, एकजुटता का अभाव नजर आ रहा है?
मैं इसे गुटबाजी नहीं कहूंगी। कोई साइकिल चलाए या रथ पर चढ़ अपनी बात कहे। नेता अलग-अलग जाकर भी मौजूदा सरकार की नाकामियों को ही उजागर कर रहे हैं। कांग्रेस रैलियों के माध्यम से जनविरोधी नीतियों की खिलाफत कर रही है। कांग्रेस में फूट नहीं है बल्कि भाजपा अंदर से खोखली हो रही है। सांसद खुद ही खट्टर सरकार को कोस रहे हैं।

कांग्रेस विधायक दल की नेता हैं लेकिन कई विधायक हुड्डा के पक्ष में हैं, आपको किस तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है?
विधायक दल की नेता हूं इसलिए मेरा काम विधानसभा के अंदर जनता की आवाज उठाना है। साथी विधायकों के साथ मिलकर ही सरकार की खामियों को उजागर करती हूं। इनैलो खुद को भाजपा का विरोधी जरूर कहती है, परंतु सब दिखावा है। दोनों आपस में मिले हुए हैं। मौजूदा सरकार की नाकामियों की जितनी कमियां कांग्रेस ने निकाली हैं, इनैलो ने नहीं। विपक्ष की भूमिका तो हम कांग्रेस के लोग ही निभा रहे हैं।

सतारूढ़ भाजपा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, इस पर क्या प्रतिक्रिया है?
मामला सिर्फ राजनीति से प्रेरित है और रंजिशन रचा गया है। लोगों के ध्यान को भटकाने के लिए रोबर्ट वाड्रा को भी बीच में डाल दिया गया है। असल में मौजूदा सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने की नीयत से कांग्रेस पर ऐसे आरोप मढ़ रही है। 

मौजूदा सरकार क्या अपराध को नियंत्रित कर सकी है? 
कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। मौजूदा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का राग अलापती है, लेकिन बच्चियां शिक्षा के मंदिरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। ए.एन.एम./जी.एन.एम. की बच्चियां परीक्षा से भी वंचित की जा रही हैं। वार्षिक परीक्षा तीन चार साल बाद भी नहीं हो रही है। डकैती और हत्या के मुद्दे को ध्यानाकर्षण के लिए विधानसभा में रखा तो रिजेक्ट कर दिया। यहां 1947 वाली स्थिति बन चुकी है।

 हरियाणा की वन मंत्री भी रह चुकी हैं। बाबा रामदेव को मोरनी की पहाड़ी देना कहां तक उचित है?
बतौर वन मंत्री पर्यावरण के लिए भरसक कार्य किए परंतु अब वन क्षेत्र ही घट गया है। इसे बढ़ाने के लिए कोई काम नहीं कर रहा है। जो एन.सी.जैड. (नैचुरल कंजर्वेशन जोन) बनाए थे, वहां डंपिंग की जा रही है। दुर्भाग्य है कि ईको सैंसेटिव जोन होने के बावजूद खट्टर सरकार ने हर्बल पार्क बनाने के लिए मोरनी की पहाड़ी निजी कंपनी को सौंप दी है। पहाड़ी अरावली की हो या मोरनी की, नुकसान पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं है। 

 हरियाणा की जनता कांग्रेस को वोट क्यों दे?
महंगाई चरम पर है। पैट्रोलियम पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं। सरकार ने 17.75 प्रतिशत वैट लगा दिया है। जनता की जेब पर डाके डाले हैं। कांग्रेस वापस आती है तो जनता को ही नहीं किसानों को भी राहत मिलेगी। उज्जवला योजना के तहत महिलाओं को मुफ्त गैस मिली नहीं बाकि प्रदेशों में मिली है तो बताएं। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले, दलित वर्ग, मजदूर ही नहीं व्यापारी भी दुखी हैं। खनन माफिया की लूट चल रही है कौन रोकेगा? दलित ही नहीं व्यापारी भी दुखी हैं।

Rakhi Yadav