बिजली को लेकर हमने किए व्यापक प्रबंध, नहीं आने देंगे समस्या : रणजीत चौटाला

punjabkesari.in Wednesday, Apr 27, 2022 - 09:30 AM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार के रुखसत होने के वक्त बिजली विभाग 37 हजार करोड़ के घाटे में था, जो कि आज 2000 करोड़ के मुनाफे में है। 2014 में कांग्रेस शासनकाल के दौरान लाइन लॉस 31 फ़ीसदी, आज मात्र 13.46 फ़ीसदी है। वितरण का कार्य संभालने वाली हमारी डिस्कॉम कंपनियां यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन  देश की 41 कंपनियों में से कांग्रेस शासनकाल के दौरान 15वें और 17वें पायदान पर से आज गुजरात की चार कंपनियों के बाद पांचवे और छठे नंबर पर पहुंची हैं। केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह द्वारा हरियाणा के पावर मैनेजमेंट को पूरे देश में सबसे बेहतर बताया जाना कोई छोटी बात नहीं है। इन सभी तथ्यों और आंकड़ों के अनुसार रणदीप सुरजेवाला को अपने बयानों पर बेहद चिंतन की आवश्यकता है। यह आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।

 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला द्वारा हरियाणा की खराब बिजली स्थिति के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए प्रदेश के बिजली मंत्री रंजीत चौटाला ने जवाब दिया कि इस बार एकाएक इतनी अत्याधिक गर्मी पड़ी कि 15 साल का रिकॉर्ड टूट गया। साथ ही एनसीआर में इंडस्ट्री की बढ़ोतरी और दिल्ली से आसपास क्षेत्रों में बढ़ रहे आवासीय क्षेत्र जिसमें गुड़गांव, फरीदाबाद, मानेसर, सोहना, पलवल, पानीपत मौजूद है, जिससे हमारी बिजली की लागत में बढ़ोतरी हुई है। लगभग हर साल 2000 मेगावाट बिजली की खपत बढ़ जाती है। लेकिन प्रदेश सरकार ने व्यापक प्रबंध किए हुए हैं। 


आए दिन मांग में बढ़ोतरी के कारण कुछ परेशानी अवश्य हुई :रणजीत चौटाला
चौटाला ने कहा कि एकाएक गर्मी के आगमन के बाद से लगातार बिजली लागत में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। 2 दिन पहले 7749 मेगावाट की लागत अगले दिन 8100 मेगा वाट हो गई। कहीं-कहीं कुछ-कुछ मिनट मिनटों के बिजली कट अवश्य हुए हैं। लेकिन मात्र रात को ही यह कट लगे हैं। कुछ जगह गांव की पंचायतों के प्रस्तावों पर गेहूं की फसल के पकने के कारण बिजली बंद अवश्य रखी गयी ताकि किसी किसान का कोई नुकसान ना हो। अडानी से हुए 1400 मेगावाट के एग्रीमेंट अनुसार हमें इस हफ्ते बिजली मिलने लगेगी। हमारे सभी थर्मल सुचारू रूप से बिजली उत्पादन कर रहे हैं। स्वयं भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सुरजेवाला जाकर इसे चेक कर सकते हैं। पानीपत थर्मल की तीनों यूनिट, यमुनानगर की दोनों यूनिट और खेदड़ की दो में से एक यूनिट सुचारू अपनी क्षमता अनुसार बिजली उत्पादन कर रही है। खेदड़ की एक यूनिट रोटर खराब होने की वजह से बंद है। रोटर चाइना से आना है जोकि चाइना में लगे लाकडाउन के कारण नहीं आ पा रहा। कुछ ही दिनों में हम पूरी तरह से प्रदेश की बिजली समस्या पर काबू पा लेंगे। लेकिन आज भी स्थिति काफी बेहतर है।

 

जनता की परेशानी को समझते हुए हम महंगी बिजली भी खरीदेंगे :रणजीत चौटाला
चौटाला ने कहा कि जहां तक सुरजेवाला के आरोपों के अनुसार महंगी बिजली खरीदने का सवाल है तो आज हम 2000 करोड़ के लाभ में है। प्रदेश की जनता को बिजली की दिक्कत नहीं सहने देंगे। उसके लिए चाहे महंगी बिजली ही क्यों ना खरीदनी पड़े। अगर इस फैसले में 100 करोड़ का खर्च भी हो जाए तो कोई दिक्कत नहीं है। यह दुनिया का सिद्धांत है कि बेचने वाला अपनी चीज महंगी बेचना चाहता है और खरीदने वाला सस्ती खरीदना चाहता है। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उड़ीसा, बंगाल क्षेत्रों में 15 जून के बाद मानसून आ जाता है और तब हमें 4-5 में बिजली मिलती है। जिसकी कीमत आज 12 है। 15 फ़ीसदी गर्मी बढ़ने से केवल हरियाणा की नहीं, सभी प्रदेशों में थोड़ी बहुत दिक्कत आई है। कोल भी एकदम महंगा हुआ है। हमारे प्रदेश में कोयले की कोई कमी नहीं।लेकिन टाटा और अडानी पर इसका काफी असर पड़ा है। टाटा अदानी बहुत बड़े बिजली उत्पादक है। इसलिए इसका असर पूरे देश पर पड़ना ही है।

सुरजेवाला जवाब दें क्या बिना पावर दिए हम आज  देश के सबसे बड़े उत्पादक बने :रणजीत चौटाला
चौटाला ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री आखरी छोर में बैठे गरीब व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने की सकारात्मक सोच के साथ काम कर रहे हैं। आज पूरे देश में हम सबसे बड़े इंडस्ट्रियल हब हैं। हम देश के 70 फ़ीसदी एक्स्ट्रावेटर, 51 फ़ीसदी ट्रैक्टर, 53 फ़ीसदी क्रेन और 33 फ़ीसदी मोटरसाइकिल उत्पादन कर रहे हैं। रणदीप सुरजेवाला जवाब दें कि क्या यह बिना पावर दिए उत्पादित हो रहा है।

 

 


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Content Writer

Isha

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