हमारी पार्टी में खास नहीं आम आदमी बनकर आने वाले नेता का स्वागत :सुशील गुप्ता

punjabkesari.in Tuesday, May 03, 2022 - 05:24 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा में लगातार मजबूत हो रही "आम आदमी पार्टी" के प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने सभी नेताओं को संदेश देते हुए कहा कि पार्टी में आम आदमी बनकर आने वाले नेता का हम स्वागत करेंगे, लेकिन जो खास बनकर आना चाहता है या राजा के बेटे को राजा बनाना चाहता है, उसकी जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में मोबाइल की कंपनी में काम करने वाला मैकेनिक मुख्यमंत्री को हराता है। ढाबा चलाने वाला मेयर को हराता हैै। वह वक्त चला गया जब राजा का बेटा ही राजा बनता था। हमें खास कि नहीं आम आदमी की जरूरत और तलाश है। उन्होंने भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बेशक गठबंधन दल के लोग निकाय और पंचायत चुनावों के नाम पर जगह-जगह बैठकें और जायजा कर रहे हैं। लेकिन हार दिखते ही यह लोग भाग जाते हैं। सवा साल से पंचायत चुनाव यह लोग टाल रहे हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी पूरी तरह से चुनावों के लिए तैयार है और सभी चुनाव नगर निकाय, पंचायत या विधानसभा  पार्टी झाड़ू के निशान पर ही लड़ेगी।

गुप्ता ने प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि आज प्रदेश में बिना काम हुए बिल पास हो जाते हैं। आम आदमी पार्टी लगातार शिकायतें और धरना प्रदर्शन करती है। लेकिन कार्यवाही मात्र ठेकेदारों पर ही होती है। पैसा खाने वाले अधिकारियों और नेताओं को छोड़ दिया जाता है। फरीदाबाद, अंबाला, स्टेडियम, सफीदों, जींद, हिसार में तरह-तरह के घोटाले हुए। सिरसा में सौंदर्यीकरण के नाम पर सरकारी पैसा लूटा गया। आज प्रदेश में बेरोजगारी चरम सीमा पर है। नौजवान मजबूरन सोसाइट जैसे फैसले की ओर जा रहा है। भिवानी के तालू गांव में 23 वर्षीय पवन ने बेरोजगारी के चलते आत्महत्या की। पूरे देश में 90 करोड़ बेरोजगार भारतीयों में से 45 करोड़ में नौकरियां सर्च करनी भी छोड़ दी। प्रदेश सरकार 25 बार विभिन्न भर्तियों की परीक्षाओं को लेकर के जानबूझकर रद्द कर चुकी है।

एचटेट (हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा), क्लर्क, एक्साइज इंस्पेक्टर, एचसीएस, पटवारी, नायब तहसीलदार समेत दर्जनों की संख्या में परीक्षाएं जानबूझकर रद्द कर दी गई। जबकि प्रति वर्ष परीक्षा की गोपनीयता पर 20 करोड रुपए खर्च किए जाते हैं। पेपर लीक के बाद ओवर एज नौजवान आत्महत्या जैसे कदम को उठा रहे हैं। लेकिन सरकार बेपरवाह है। आज प्रदेश में 38476 पद शिक्षकों के खाली हैं। पीजीटी की भर्ती 2015 से नहीं हुई, 15265 पद खाली हैं। टीजीटी की भर्ती 2009 से नहीं हुई, 18236 पद खाली है। जेबीटी की भर्ती 2012 से नहीं हुई, 3929 पद खाली हैं। हेड मास्टर के 1046 पद खाली है। 10 साल से आईटीआई में भर्ती नहीं हुई। लेकिन लगातार शिक्षक सेवा निर्वित हो रहे हैं। प्रदेश की शिक्षा प्रणाली चरमराई हुई है। 3 साल से सेना की खुली भर्ती नहीं की गई। हरियाणा में 36 अमरोही स्कूलों में स्वीकृत 2232 पदों में से मात्र 308 का स्टाफ काम कर रहा है। इसलिए स्कूल बंद होने की कगार पर है। रोजगार ना मिल पाने के कारण अपने को ओवरेज मानकर युवा सुसाइड कर रहे हैं। सरकार को कोई चिंता नहीं है।

 


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Content Writer

Isha

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