इनेलो शासनकाल में क्या हुआ, इसका श्वेत पत्र भाजपा जरूर लाएगी : राजीव जैन

7/4/2018 10:20:11 AM

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर राजीव जैन ने इनेलो पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासनकाल में क्या-क्या हुआ, इसका श्वेत पत्र भाजपा सरकार जरूर लाएगी। पंजाब केसरी के चंडीगढ़ प्रतिनिधि चन्द्रशेखर धरणी से एक्सक्लूसिव बातचीत में राजीव जैन ने कहा कि भाजपा विपरीत परिस्थितियों में चुनाव जीतती है। इसलिए बूथ स्तर तक पार्टी के काम को मजबूत करने के लिए बार-बार बैठकें हो रही हैं जिस तरह से बूथ पर काम करना चाहिए, वहां कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसी को लेकर 8 जुलाई को फरीदाबाद में बैठक करने जा रहे हैं। प्रस्तुत हैं राजीव जैन से बातचीत के प्रमुख अंश :

प्रश्न- पत्रकार सम्मेलन एक सप्ताह में, क्या यह अमित शाह की फटकार का नतीजा है?
उत्तर -ऊपर से कोई आदेश नहीं आए। भाजपा जिन उद्देश्यों को लेकर सत्ता में आई थी, वह सभी कार्य धरातल पर मूलरूप ले चुके हैं, इसलिए उन कार्यों को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रैसवार्ता करते हैं। चंडीगढ़ में भी मंत्री अपने अधिकारियों के साथ पै्रसवार्ता करके निर्णयों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

प्रश्न- सरकार बने 3 साल हो गए, पै्रस एक्रीडेशन कमेटी, प्रैस रिलेशन कमेटी के गठन में देर का क्या कारण है? 
उत्तर -जो योजनाएं शुरू कि हैं, पत्रकारों को सही ढंग से मिले, इसलिए एक्रीडेशन कमेटी का जल्द ही गठन कर दिया जाएगा। 

प्रश्न- जिस प्रकार अमित शाह ने मीटिंग ली, अनिल जैन ने मीटिंग ली, 8 जुलाई की मीटिंग करने जा रहे हैं, ऐसे में वह मीटिंग किस तरह की और कहां होगी? 
उत्तर -बूथ स्तर तक पार्टी के काम को मजबूत करने के लिए बार-बार बैठकें हो रही हैं जिस तरह से बूथ पर काम करना चाहिए, वहां कार्यकत्र्ताओं की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसी को लेकर 8 जुलाई को फरीदाबाद में बैठक करने जा रहे हैं।  

प्रश्न- भाजपा कार्यालय से मंत्री नदारद रहते हैं, ऐसा क्यों?
उत्तर- अमित शाह ने यह कहा था कि मंगलवार व बुधवार को सभी मंत्री सचिवालय में उपस्थित रहेंगे। ऐसे में मुझे लगता है कि पार्टी कार्यालय में बैठने की कोई आवश्यकता नहीं रही।  

प्रश्न- आला कमान की बैठकों के बाद एक और बात निकल कर आ रही है कि 90 प्रतिशत चेहरे विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बदले जाएंगे?
उत्तर -चेहरे बदलना और न बदलना, यह पार्टी हाईकमान तय करती है। हाईकमान तय करता है कि किसे चुनाव लडऩा है किसे नहीं। इस तरह की कोई चर्चा मीटिंगों में नहीं हुई। बैठकों में संगठनों को बूथ स्तर तक मजबूत करने की चर्चा हुई है।

प्रश्न- धर्मबीर लोकसभा सदस्य हैं। वह कहते हैं कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। विधानसभा चुनाव लडऩा चाहते हैं, राजकुमार सैनी यही राग अलाप रहे हैं तो कहीं न कहीं भाजपा की विचारधारा से अलग जाते नजर आ रहे हैं। 
उत्तर -राजनीति में किसी के साथ जोर जबरदस्ती नहीं होती। कोई चुनाव लडऩा चाहता है तो चुनाव लड़े, कोई संगठन में काम करना चाहता है, वह संगठन में करे।

प्रश्न-इनेलो व बसपा दोनों सरकार बनाने का दावा कर रही हैं, वह कहती हैं कि कांग्रेस और भाजपा हमेशा झूठ की राजनीति करती हैं।
उत्तर -इनेलो और कांग्रेस जब विपक्ष में होते हैं तो किस तरह की बातें करते हैं और सत्ता में रहते इनकी जो कारगुजारी होती है, वह जनता सब जानती है। कांग्रेस हो या इनैलो सभी ने हमेशा गठबंधन की राजनीति की है। इनैलो पहले कहा थी और आज कहा है। इनका कोई वजूद नहीं है। गठबंधन तो भाजपा ने भी किया लेकिन भाजपा तो दिन-प्रति दिन शिखर पर जा रही है।

प्रश्न-अभय चौटाला कहते हैं कि एस.वाई.एल. की लड़ाई पर भाजपा फरेब कर रही है, असली लड़ाई तो हम लड़ रहे हैं?
उत्तर -इनेलो एस.वाई.एल. के मुद्दे को लेकर 2 बार सत्ता में आई, उस समय इन्होंने एस.वाई.एल. के लिए क्या कदम उठाए, उन्हें सावर्जनिक करें, इनके गढियाली आंसू सामने आ जाएंगे। 




 

Deepak Paul