मैं जहां भी खड़ा होता हूं, वहीं से सिक्सर लगाता हूं, मेहनत करना मेरा कल्चर हैः अनिल विज

11/16/2019 11:51:29 AM

चंडीगढ़ (दीपक बंसल/ अविनाश पांडेय): हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य, स्थानीय निकाय और तकनीकी शिक्षा सहित सात महकमों की जिम्मेदारी संभालने वाले अनिल विज अब फिर से सिक्सर लगाने की तैयारी में हैं। विज ने पहले दिन ही अफसरों को साफतौर से नसीहत दे दी कि वह सुधर जाएं वरना वह अपना स्टाइल बदलने वाले नहीं हैं। विज ने इस बात के साफ संकेत भी दिए कि उनका मुख्य फोकस अब गृह विभाग यानी पुलिस पर ही रहेगा। पुलिस में किस तरह से सुधार हो और आम जनता तक पुलिस के प्रति किस तरह से विश्वास बढ़े इस पर अब रणनीति तैयार करेंगे। 

विज ने यह भी कहा कि पार्टी और मुख्यमंत्री ने मुझ पर इतनी बड़ी जिम्मेदारी देकर विश्वास जताया है उसे वह हर तरह से पूरा करने का बखूबी प्रयास करेंगे। ‘पंजाब केसरी’ से बातचीत में विज ने सभी महकमों के बारे में विस्तार से बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश।  दो दशक बाद किसी कैबिनेट मंत्री को गृह विभाग मिला है।

कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सबसे पहला काम आप क्या करेंगे?
आप कुछ दिन तो रुकिए, विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक होने दीजिए, फिर देखिए क्या-क्या होता है? मेरे काम करने का अपना स्टाइल है और इस उम्र में विज अपनी शैली नहीं बदल सकता।  मुस्कुराते हुए कहा कि मुझे गृह विभाग मिलते ही पहली रात पुलिसकर्मी व अधिकारी रात को जूते पहनकर सोए थे। 

पुलिस सुधार को लेकर क्या करेंगे? पुलिस पर उत्पीडऩ और भ्रष्टाचार के जो आरोप लगते रहते हैं, उसे कैसे रोकेंगे? 
देखो, मेरी पहली प्राथमिकता जनता में पुलिस की इमेज को सुधारना है। अगर पुलिस किसी की सुनवाई नहीं करती है तो विज के दरवाजे 24 घंटे जनता के लिए खुले हैं। मैं कभी भी और कहीं भी पहुंच सकता हूं। जैसा हूं, वैसा रहूंगा।

हरियाणा के पुलिसकर्मियों की पंजाब के समान वेतनमान की मांगें लंबे अरसे से लंबित हैं। पूर्व की सरकार में आप भी इसके पैरोकार थे, क्या अब आप इसे पूरा करेंगे?
 बिल्कुल जी। मैंने अपने स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की सभी जायज मांगों को पूरा किया था। अब उसी तरह से पुलिसकर्मियों की भी जो लंबित मांगें हैं उनको पूरा करने के प्रयास किया जाएगा। रही बात पंजाब के समान वेतनमान की तो उसे रिव्यू किया जाएगा।

 स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए आपने पिछले पांच वर्षों में नशे के खिलाफ पुलिस अफसरों को खूब पत्र लिखा था। अब पुलिस आपके अधीन है तो नशे के खात्मा को लेकर क्या रणनीति बनाएंगे?
 देखिए, नशे के खिलाफ मैं पिछले पांच वर्षों से मुहिम चला रहा हूं। अब नए तरीके से नशे की समस्या को खत्म करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। अब नशे के कारोबारियों को हरियाणा छोड़कर जाना होगा। 

 नगर निगमों, परिषदों व पालिकाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए क्या रणनीति बनाएंगे?
 हंसते हुए, विज के पास महकमा और भ्रष्टाचार की बात। जिसने काम नहीं करना और भ्रष्टाचार करना है तो वह नौकरी से वी.आर.एस. लेकर चला जाए। भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर दिया जाएगा। भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।

शहरों के विकास को लेकर क्या योजनाएं होंगी? खास तौर पर शहरों में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है, इसे कैसे ठीक करेंगे?
जल्द ही विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर शहरों के विकास का रोडमैप तैयार किया जाएगा। सफाई व्यवस्था को सुधारना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। जरूरत पड़ी तो और सफाई कर्मियों की भर्ती की जाएगी।

दोबारा से आपको स्वास्थ्य महकमे की जिम्मेदारी मिली है। अब भविष्य में विभाग के अधूरे कामों को पूरा करने के लिए क्या रोडमैप होगा?
स्वास्थ्य विभाग का रोडमैप तो शुरू से ही मेरे दिमाग में है। इस पर लगातार प्रयास जारी है। स्वास्थ्य विभाग में खूब सुधार हुआ है और आगे भी प्रयास जारी रहेंगे। मातृत्व मृत्यु दर घटी है, ङ्क्षलगानुपात में सुधार हुआ है और सरकारी अस्पतालों में ओ.पी.डी. बढऩा यह साबित करता है लोगों का सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की तरफ विश्वास बढ़ा है। 4 जिलों में मैडीकल कालेजों का निर्माण शुरू हो चुका है और शेष में भी जल्द शुरू हो जाएगा।

 हरियाणा में तकनीकी शिक्षा में सुधार के लिए क्या  योजनाएं हैं?
 तकनीकि शिक्षा में सुधार की जरूरत है। ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाई जाएगी, जिससे युवाओं को रोजगार के लिए कोई समस्या न आए और मौजूदा समय में युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देना ही समय की जरूरत है।

भाजपा-जजपा सरकार के न्यूनतम सांझा कार्यक्रम तैयार करने के लिए आपकी अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है, उसकी बैठक कब होगी?
न्यूनतम सांझा कार्यक्रम पर चर्चा के लिए जल्द कमेटी की बैठक बुलाई जाएगी और इस बारे में सदस्यों को लिखित में सूचित किया जाएगा।

Isha