यमुना के बहाव से छेड़छाड़ करने वाली माइनिंग कंपनियों के खिलाफ होगी FIR दर्ज!

6/1/2019 5:47:21 PM

सोनीपत (पवन राठी): यमुना नदी पर सोनीपत की सीमा में बाढ़ बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त डा. शालीन ने शनिवार को माइनिंग कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए। साथ ही उन्होंने दोनों कंपनियों द्वारा यमुना नदी के अंदर बनाये गये बांध व रास्तों को भी तुरंत प्रभाव से हटाने के आदेश दिए। बरसाती मौसम की निकटता के चलते उपायुक्त ने प्रशासनिक तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ यमुना नदी पर बाढ़ बचाव कार्यों की गंभीरता से समीक्षा की। उन्होंने टिकोला गांव की सीमा में दो खनन कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए।



जानकारी के अनुसार दोनों कंपनियों ने यमुना नदी के बहाव के साथ छेड़छाड़ की थी जिसके जिस पर उपायुक्त ने दोनों कंपनियों के संबंधित प्रबंधकों को फटकार भी लगाई। कंपनियों ने यमुना नदी के अंदर अस्थाई मार्ग का निर्माण किया हुआ था, जिससे नदी के बहाव को प्रभावित किया गया उनको भी हटाने के आदेश दिए। बता दे कि इसके पहले उपायुक्त ने अपने दौरे की शुरुआत बेगा घाट से की थी जिसके दौरान उन्होंने यमुना के कटाव तथा बहाव का बारीकी से मुआयना किया।



साथ उन्होंने लगती जिला पानीपत की सीमा तथा पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की सीमा के संदर्भ में भी विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और यहां बनाई ठोकरों का भी निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने ठोकरों की मरम्मत के भी निर्देश दिए। बेगा से होते हुए उपायुक्त डा. शालीन मीमारपुर घाट पर पहुंचे, जहां उन्होंने यमुना में बनाई ठोकरों की जरूरतों पर ग्रामीणों के साथ चर्चा की। इसके बाद वे टिकोला गए।



टिकोला से नांदनौर होते हुए बड़ौली घाट का निरीक्षण किया। बड़ौली से जगदीशपुर पहुंचे और अंत में दहिसरा घाट का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सभी घाटों पर यमुना के बहाव तथा कटाव की बारीकी से समीक्षा की। बाढ़ प्रबंधन कार्यों के निरीक्षण के दौरान उपायुक्त डा. शालीन ने टिकोला में एक ठोकर की आवश्यकता महसूस की। ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने संबंधित स्थल का दौरा करते हुए कहा कि यहां ठोकर लगाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे। यहां करीब 60 लाख रुपये की लागत से ठोकर का निर्माण कराया जाएगा।

Naveen Dalal