WHO ने प्रदूषण के मामले में फरीदाबाद को दिया सिल्वर मेडल, देश में दूसरे स्थान पर

5/3/2018 11:49:14 PM

फरीदाबाद(अनिल राठी): वर्ल्ड हेल्थ ओर्गनइजेशन(WHO) ने फरीदाबाद को सिल्वर मैडल दिया है, ये मैडल फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी के नाम पर नहीं बल्कि प्रदूषण सिटी के नाम पर मिला है। रिपोर्ट में फरीदाबाद को देश में दूसरे नंबर का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है, प्रदूषण स्तर 173 लेकर कानपुर पहले स्थान पर है तो वहीं फरीदाबाद को प्रदूषण सिटी के रूप में 172 अंक प्राप्त हुए हैं। करीब एक साल पहले इसी महीने में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से स्वच्छ भारत रैंकिंग में फरीदाबाद को 88वां स्थान प्राप्त हुआ था जिसका आवार्ड पूर्व निगमायुक्त सोनल गोयल को मिला, जिसपर निगम ने जमकर पीठ थपथपाई थी, जिसके बाद 27 मई को केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने तमाम अधिकारियों के साथ मिलकर स्मार्ट सिटी बनाने के लिये चर्चा की थी जिसके परिणाम एक साल बाद प्रदूषण सिटी बनकर निकले हैं।

पर्यावरण के लिये लाखों पौधे लगाकर रिकार्ड दर्ज करवाने वाले पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल का फरीदाबाद शहर देश में सबसे गंदे शहरों में दूसरे स्थान पर आया है। एशिया का मेनचेस्टर कहा जाने वाला फरीदाबाद अब यहाँ उद्योगों के लिए नहीं बल्कि यहाँ के प्रदूषण के लिए दुनिया भर में चर्चित है। शहर को प्रदूषित करने के लिए कई कारण जि़म्मेदार हैं, जिनमे फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुंआ, वाहनों से निकलने वाला धुआं और फरीदाबाद के स्टोन क्रैशरजोन से उडऩे वाली धूल के अलावा खुले में पड़ा कंस्ट्रस्क्शन मेलिटियल जि़म्मेदार है।

बता दें कि पिछले साल 2017 में इन्हीं दिनों नगर निगम की आयुक्त सोनल गोयल को केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से स्वच्छ भारत रैंकिंग में फरीदाबाद को 434 शहरों के सर्वेक्षण में 88वां स्थान प्राप्त हुआ था जिसके लिये उन्हें आवार्ड से नवाजा गया था। जिसके लिये उन्होंने जमकर अपनी पीठ थपथपाई थी। इस आवार्ड के बाद भाजपा के मंत्रियों के हौंसले बुलंद हुए और 27 मई 2017 को निगम सभागार में केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल सहित भाजपा के सभी विधायक और तमाम अधिकारियों की फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर बड़ी चर्चा की गई जिसमें अहम फेंसले भी किये गये, जिसके करीब एक साल बाद परिणाम वल्र्ड हेल्थ ओर्गनइजेशन की रिपार्ट के बाद स्मार्ट सिटी के रूप में तो नहीं बल्कि प्रदूषण सिटी के रूप में जरूर सामने आये हैं। 

Shivam