कौन है बाबा संजय भगत, हरियाणा से राजस्थान भागा, अब वहां भी हो रहा भारी विरोध, पढ़ें पूरा मामला
punjabkesari.in Monday, Nov 17, 2025 - 06:08 PM (IST)
सिरसा : हरियाणा के सिरसा में विवादों के बाद छिपते-छिपाते निकले संजय भगत उर्फ हांडीखेड़ा बाबा को अब राजस्थान के बीकानेर में भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बीकानेर के रामसरा पंचायत क्षेत्र में बनाए गए उसके अस्थायी डेरे को स्थानीय लोगों और पुलिस ने हटाने को कह दिया है। जांच में उसके एक सेवादार के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला सामने आया तो विरोध और बढ़ गया।
सिरसा में करीब ढाई महीने पहले बाबा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह उपचार के नाम पर एक महिला के साथ अशोभनीय हरकत करते दिखा। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने बाबा को गांव से बाहर जाने पर मजबूर कर दिया। विरोध बढ़ने पर उसने रातों-रात अपना सामान समेटा और सेवादारों के साथ राजस्थान पहुंच गया।
जमीन दान में मिलने का दावा

बीकानेर में बाबा ने करीब 15 बीघा जमीन लीज पर लेकर मंदिर व डेरा बनाना शुरू किया था। ग्रामीणों को जब पता चला कि सिरसा का विवादित बाबा यहां डेरा डाल रहा है, तो उन्होंने पुलिस को बुलाया। दस्तावेजों की जांच में बाबा ने दावा किया कि जमीन उसे दान में मिली है, जिसके बाद जमीन मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया गया। पंचायत और ग्रामीणों ने बाबा को इलाके से बाहर भेजने की मांग की और पुलिस ने उसे एक-दो दिन में जगह खाली करने का निर्देश दिया।
फील्ड फायरिंग रेंज के नजदीक है डेरा
बताया जा रहा है कि जिस स्थान पर बाबा संजय भगत ने डेरा लगाया है, वह महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के नजदीक है, जिससे सुरक्षा संबंधी सवाल भी उठे। ग्रामीणों का कहना है कि बाहरी लोगों की बढ़ती आवाजाही से क्षेत्र में खतरा पैदा हो सकता है।
कबाड़ी का काम करता था बाबा

सिरसा के बुजुर्ग ओमप्रकाश बताते हैं कि संजय पहले कबाड़ी का काम करता था, फिर खेती, मजदूरी और हेयर ड्रेसर का काम भी किया। धीरे-धीरे उसने खुद को बाबा घोषित कर दिया और झाड़फूंक के नाम पर लोगों को जोड़ने लगा।
गांव में शुरु की आध्यात्मिक गतिविधियां
इसके बाद 2 साल से वह गांव में आकर कथित आध्यात्मिक गतिविधियां कर रहा था। अब विवादों के बीच उसके खिलाफ हरियाणा और राजस्थान दोनों जगह जांच चल रही है, जबकि ग्रामीण किसी भी कीमत पर उसे अपने क्षेत्र में नहीं रहने देना चाहते।
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