विवेक बंसल को क्यों नहीं मिला चिंतन शिविर का न्योता ? प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने बताया कारण

7/29/2022 8:41:21 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा कांग्रेस में बदलाव के बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों ने प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायक कुलदीप वत्स और विधायक नीरज शर्मा पहले ही बंसल को लेकर बयान दे चुके हैं। वहीं कांग्रेस के एक दिवसीय चिंतन शिविर में प्रभारी विवेक बंसल को न्योता न देने का मामला भी खूब सुर्खियों में है। इसे लेकर हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि हर कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी को बुलाया जाए। उन्हें एक अगस्त को पंचकूला में हो रहे विधायकों के चिंतन शिविर में नहीं बुलाया गया है। वहीं कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल इसे अनुशासनहीनता मानते हुए हाईकमान से हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष के रवैये की शिकायत कर सकते हैं।

 

राज्यसभा में माकन की हार को लेकर प्रभारी को ठहराया जा रहा जिम्मेदार

 

हरियाणा में राज्य सभा चुनाव के दौरान पार्टी प्रत्याशी अजय माकन को हार का सामना करना पड़ा था। जिसके लिए पार्टी प्रभारी विवेक बंसल तथा किरण चौधरी को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसके बाद से ही हुड्डा गुट प्रभारी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। कांग्रेस एक अगस्त को पंचकूला में चिंतन शिविर का आयोजन करने जा रही है। जिसमें विवेक बंसल को नहीं बुलाया गया है।

 

गलत ढंग से वोट करने वाले विधायक को बचाने का प्रभारी पर है आरोप

 

इस पूरे घटनाक्रम को राज्यसभा चुनाव में हुए कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन की हार से जोड़कर देखा जा रहा है। आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई की क्रॉस वोटिंग की बात तो 10 जून को मतदान वाले दिन ही खुल गई थी। मगर इस बात पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है कि जिस एक विधायक की वोट बैलेट पेपर पर ‘1’ अंक लिखने की बजाय टिक मार्क करने से रद्द हुई है, वह कौन है। पिछले सप्ताह खुद अजय माकन ने चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत में किरण चौधरी का नाम लेकर इसका भी खुलासा भी कर दिया था। हालांकि इसे लेकर अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई खुलासा नहीं किया गया है।  

 

अजय माकन ने विवेक बंसल की भूमिका को लेकर उठाए थे सवाल

 

माकन ने विवेक बंसल की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बंसल को चिंतन शिविर में नहीं बुलाने और उन्हें इसके लिए सूचित तक नहीं करने के पीछे यह विवाद ही बड़ा कारण हो सकता है। चिंतन शिविर की अधिकारिक चिट्ठी प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान द्वारा बुधवार को ही जारी की गई थी। इसमें चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों से लेकर सभी मौजूदा व पूर्व सांसदों-विधायकों को बुलाया गया है, लेकिन बंसल को इसकी सूचना नहीं भेजी गई है। 

 

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Content Writer

Isha