किसानों की मौत पर मोदी चुप क्यों: शैलजा

6/25/2017 8:49:10 AM

अम्बाला (रीटा):पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सदस्य कुमारी शैलजा ने केंद्र की भाजपा सरकार पर किसानों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसानों की पुलिस गोली से हुई मौत पर देश के प्रधानमंत्री की चुप्पी अखरने वाली है। शैलजा शहर की अनाजमंडी में किसानों पर हो रहे अत्याचार व जी.एस.टी. के मौजूदा जन व्यापार विरोधी प्रारूप के विरोध में दिए गए धरने को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मुख्य संसदीय सचिव राम किशन गुर्जर ने की। 

राज्यसभा सांसद ने कहा कि किसान मजदूर व व्यापारियों की बदहाल स्थिति के लिए भाजपा ही जिम्मेदार है। 3 साल में केवल लोक लुभावन सब्जबाग ही दिखाए गए। नतीजा यह हुआ कि अपने हक की लड़ाई लडऩे वाले किसानों पर गोलियां चलाई जा रही हैं। अकेले मंदसौर में शिवराज सरकार ने 6 किसानों को मौत की नींद सुला डाला। पिछले 15 दिनों में मध्यप्रदेश में 22 किसानों ने खुदकुशी कर ली, लेकिन लंदन व पुर्तगाल में मारे गए लोगों को तो मोदी जी ने ट्विटर पर एक क्षण गंवाए बिना श्रद्धांजलि दे दी, लेकिन अपने किसानों के लिए वे चुप हैं।

बड़ों पर रहम, किसानों पर बेरहम 
सांसद शैलजा ने धरने पर उमड़े लोगों की हाजिरी से गद्गद हो केंद्र सरकार पर शब्दों का आक्रमण करते हुए कहा कि यह सरकार बड़े उद्योगपतियों पर मेहरबान है। उनके 1 लाख 54 हजार करोड़ रुपए के कर्ज माफ  कर दिए गए, फसल बीमा के नाम पर 17,184 करोड़ का लाभ कमाने का मौका प्राइवेट कम्पनियों को दिया गया। दूसरी ओर किसान मजदूरों को अपने हक के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। शैलजा ने कहा कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को किसानों की कर्ज माफी के लिए पत्र भी लिख चुकी हैं। वित्तमंत्री अरुण जेटली व कें द्रीय मंत्री वैंकेया नायडू के किसानों के कर्ज माफी बारे दिए बयानों को कुमारी शैलजा ने बेहूदा करार दिया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा।