मंदिर चबूतरे के पास मिला महिला का शव

1/23/2017 4:43:25 PM

बावल(रोहिल्ला):बावल क्षेत्र के गांव लालपुर में रविवार की सुबह मंदिर के चबूतरे के पास महिला का शव मिलने से गांव में सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार ग्रामीणों को रविवार सुबह मंदिर के चबूतरे के पास गांव की ही महिला कृष्णा का शव पड़ा मिला जिसकी सूचना गांव में आग की तरह फैल गई। गांव में चर्चाओं का भी दौर शुरू हो गया। गांव में महिला की हत्या की चर्चा है। शव मिलने की सूचना बावल पुलिस को दी गई। शव पर किसी तरह के चोट के निशान न मिलने के कारण पुलिस ने पोस्टमार्टम रोहतक में कराने का निर्णय लिया है। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद हत्या के कारणों का पता चल सकेगा। 

 

जांचकर्त्ता पुलिस अधिकारी जसवंत सिंह ने बताया कि पुलिस ने कर्ण सिंह व उसके 2 बेटों राकेश व महेंद्र सिंह, पत्नी जगवंती व भाई राजाराम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कृष्णा के भाई अजीत सिंह निवासी कोसली नठेड़ा ने कहा कि जीजा के हत्यारों को जेल तक पहुंचाने की जंग लड़ रही उसकी बहन का मर्डर किया गया है। अब यह लड़ाई वह लड़ेगा। दिलचस्प बात यह है कि 2 दिन पूर्व गांव लालपुर के निकट जंगल में एक 6 माह के कन्या का भ्रूण मिट्टी में दबा मिला था जिसकी शिकायत भी कृष्णा देवी ने पुलिस से की थी और इस केस मेंं मुख्य गवाह बनी हुई थी। माना जा रहा है कि इस भ्रूण मामले में भी आरोपियों तक जांच पहुंच सकती है।  

 

रामानंद ने बनवाया था गांव में मंदिर
गांव लालपुर के रामानंद व उसकी पत्नी कृष्णा देवी ने मिलकर गांव में पचबीरा का मंदिर बनवाया था और इस मंदिर में श्रद्धालु पूजा-अर्चना हेतु आते हैं। इसी मंदिर के निर्माण के समय डेढ़ वर्ष पूर्व विवादों के चलते रामानंद की हत्या कर शव मंदिर के इसी चबूतरे पर ही फैंक दिया गया था। इस हत्या के मामले में सभी नामजद जमानत पर हैं। 

 

पति की भी हुई थी हत्या
जानकारी के अनुसार गांव के 65 वर्षीय रामानंद की जुलाई 2015 में गांव के एक मंदिर निर्माण के दौरान पीट-पीट कर कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। इस हत्या के लिए कर्ण सिंह व उसके 2 बेटों राकेश व महेंद्र सिंह, पत्नी जगवंती व भाई राजा राम को नामजद करते हुए हत्या का मामला दर्ज किया गया था तभी से यह मामला अदालत में लंबित चला आ रहा था और मृतक रामानंद की पत्नी कृष्णा देवी पति को न्याय दिलाने व हत्यारोपियों को सजा दिलाने के लिए लड़ाई लड़ रही थी लेकिन इससे पहले कि कृष्णा अपने पति को न्याय दिला पाती, उसकी भी हत्या कर दी गई। उसका शव रविवार सुबह गांव से दूर एक मंदिर चबूतरे के पास पड़ा मिला। यह वही स्थान है जहां उसके पति की हत्या हुई थी।