बच्चों के साथ बीच सड़क पर लेटकर महिला ने मांगी इंसाफ की भीख, पुलिस पर गंभीर आरोप

11/10/2019 6:55:23 PM

झज्जर (प्रवीण धनखड़): पुलिस से न्याय की गुहार लगा रही एक महिला ने महिला थाने के कुछ ही दूरी पर करीब घंटा भर ड्रामा किया। महिला अपने तीन बच्चों के साथ सड़क के बीचो-बीच लेट गई और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। महिला बीच सड़क पर बुरी तरह से रोती रही। इस दौरान जिला पुलिस की पीसीआर, सिटी पुलिस स्टेशन व सीआईए स्टॉफ के कर्मचारी भी वहां से निकले, लेकिन किसी ने भी अपनी गाड़ी रोक कर न तो महिला को बीच रास्ते से हटाया और न ही उसकी कोई फरीयाद सुनी।



करीब घंटाभर गुजरने के बाद राहगीरों की मदद से पीड़िता को पुलिस स्टेशन लाया गया। महिला का आरोप है कि जिले के गांव ढाकला निवासी उसके पति मनोज, सास सुखदेवी, जेठ ढीलू व जेठानी ने उसके साथ मारपीट की और उसे जान से मारने की धमकी देकर घर से निकाल दिया। सुनीता नामक इस पीड़िता का यह भी आरोप है कि जब वह यहां झज्जर के महिला पुलिस थाने में अपनी शिकायत के लिए आई तो मौके पर मौजूद महिला पुलिस कर्मचारी ने आरोपियों के सामने ही उसे थप्पड़ मारा और उसकी चोटी पकड़कर उसे थाने से बाहर निकाल दिया।



महिला का आरोप है कि महिला पुलिस की आरोपियों के साथ सांठ-गांठ है और इसी के चलते उसकी कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस मामले में महिला पुलिस थाना प्रभारी ने बाहर होने की बात कह कर कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। महिला थाना प्रभारी का कहना था कि मामला दर्ज किया हुआ है और महिला को बीती देर शाम उपचार के लिए झज्जर के सामान्य अस्पताल में भर्ती भी करा दिया गया था। लेकिन वह सड़क पर कैसे पहुंची इस बारे में महिला थाना प्रभारी कुछ नहीं बता पाई।

उधर, पुरानी तहसील के सामने स्थित बीच सड़क पर पीड़ित महिला सुनीता रो-रोकर अपनी व्यथा आमजन को सुनाते नजर आई। महिला के पास बैठे उसके तीनों बच्चे उसे चुप कराने का प्रयास करते रहे, लेकिन पीड़िता भी अपने तीनों बच्चों के साथ लिपट कर बुरी तरह से बिलखती नजर आई। फिलहाल इस पूरे मामले पर पूरे झज्जर जिला पुलिस प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है।

Shivam