शराब ठेकेदारों के खिलाफ महिलाओं ने की मोर्चाबंदी, 2 गांवों के ठेके करवाए बंद, एक पलटा

5/1/2018 10:14:10 AM

रेवाड़ी(इंदौरा): शराब के ठेके का विरोध लगभग सभी गांवों में हो रहा है। बावजूद इसके ठेके खोले जा रहे हैं। इधर महिलाओं ने भी इस प्रकार ठेका खोलने वालों को सबक सिखाने का पूरी तरह मन बना लिया है। सोमवार को गांव मसीत की महिलाओं ने शराब के ठेकेदार को बता दिया कि यदि वह दादागिरी पर उतरे हैं तो वे भी इसका जवाब देने में पीछे नहीं हटेंगी। 

महिलाओं ने ठेका खोले जाने के विरोध में न केवल ठेके पर तोडफ़ोड़ की, बल्कि विरोध प्रदर्शन करते हुए रोड भी जाम कर दिया। इतना ही नहीं गुस्साई महिलाओं ने गांव के प्रतिनिधियों को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आश्वासन देकर जाम खुलवाया।

जानकारी के अनुसार जाटूसाना थाना क्षेत्र के गांव मसीत के निकट शराब का ठेका खोल दिया गया, जिसका महिलाओं ने विरोध किया। नाराज महिलाओं ने सोमवार की सुबह ही शराब के ठेके के विरोध में एकत्रित होना शुरू कर दिया। महिलाएं एकत्रित होकर पहुंची तथा ठेके के लिए लगाए गए खोखे को पलट दिया। 

इतना ही नहीं महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा रोड जाम कर दिया। इधर, जाम की सूचना पाकर जाटूसाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी परमानंद ने महिलाओं को काफी समझाया लेकिन वह यहां से ठेका हटाने की मांग पर अड़ी रही। महिलाओं ने कहा कि वे गांव में शराब का ठेका खोलने का विरोध कर रही हैं, बावजूद इसके ग्राम पंचायत ने ठेका खुलवाने की अनुमति दे दी, जो सरासर गलत है। 

उन्होंने कहा कि गांव में किसी सी सूरत में शराब का ठेका नहीं खोलने दिया जाएगा। हालांकि पुलिस ने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं मानी, इसी बीच आए सरपंच ने जब ठेकेदार से शराब का ठेका गांव से दूर खोलने की बात कही तो महिलाओं ने जाम हटाया। 

पहले भी की गई थी गांव में ठेका खोलने की कोशिश
बताया जाता है कि गांव में शराब का ठेका खोलने का पहले भी प्रयास किया गया था लेकिन महिलाओं ने नहीं खोलने दिया था लेकिन रविवार को शराब ठेकेदार ने गांव की बणी में शराब बेचने के लिए खोखा रखवा दिया।

गांव में शराब का खोखा लगाए जाने की सूचना के बाद से गांव के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था। हालांकि सरपंच ने भी ठेकेदार को शराब का ठेका दूर रखने को कहा था लेकिन वह नहीं माना, इसलिए सोमवार को महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा।
 

Rakhi Yadav