महिला आयोग ने लगाई SI महिला को फटकार, समस्या सिर्फ शौचालय की थी तो 1 घंटे बाद क्यों लौटीं थाने?

1/11/2020 12:21:28 PM

चंडीगढ़ (अर्चना): पानीपत पुलिस थाने की महिला उप-निरीक्षक निर्मला को राज्य महिला आयोग की फटकार का सामना करना पड़ा है। आयोग ने कहा कि वह पुलिस अधिकारी होते हुए खुद को दयनीय कैसे दर्शा सकती हैं? दूसरी महिलाओं की सहायता की जिम्मेदारी होते हुए महिला पुलिस अधिकारी सस्पैंशन को रोकने हेतु शौचालय की कमी का कैसे आसरा ले सकती है? उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज ने पूछा कि जब गृह मंत्री अनिल विज 1 घंटा 35 मिनट तक पुलिस थाने में रहे थे तो क्या उसे सूचना भी नहीं मिली।

उन्होंने कहा कि देश में बड़ी तादाद में महिलाएं नौकरी कर रही हैं परंतु चुङ्क्षनदा ही ऐसी होती हैं जिनका कार्यालय और घर एक ही कैंपस में होता है। इसके बावजूद उन्होंने लंबे समय के लिए खुद को थाने से दूर कैसे रखा और शौचालय की समस्या का आसरा क्यों लिया? जबकि थाने में शौचालय हैं।

बात पर अड़ी रहीं  पुलिस उप-निरीक्षक
निर्मला गत दिन आयोग के समक्ष भी अपनी बात पर अडिग रहीं कि थाने में महिला शौचालय की कमी है। उसकी हैल्थ ठीक नहीं रहती इसलिए घर चली गई थी। लिखित बयान में कहा कि हरियाणा सरकार की आभारी है कि सस्पैंशन रद्द कर बहाल कर दिया। यह भी लिखा कि नौकरी इस वजह से अच्छे से निभा पाती है,क्योंकि पुलिस कैंपस में ही घर भी मिला है। नौकरी की वजह से ही बच्चियों के सिर पर छत है। पुलिस थाने में महिला शौचालय की कमी नहीं होती तो घर नहीं जाती और थाने में ही मौजूद रहती।
 

अनिल विज को सौंपी रिपोर्ट 
उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज ने महिला को समन किए जाने और पहले दिन आयोग के समक्ष न पेश होने और अगले दिन पेश होकर स्थिति बयान किए जाने की रिपोर्ट गृह मंत्री अनिल विज को भेज दी है। रिपोर्ट में साफ कर दिया गया कि पानीपत पुलिस थाने में शौचालय की कोई कमी नहीं है। उन्हें महिला उप-निरीक्षक परेशान दिखी। हो सकता है कि पारिवारिक स्थिति या स्वास्थ्य जिम्मेदार हो। उन्होंने कहा कि महिला 19 सालों से कैंपस के घर में रह रही है। 0.01 प्रतिशत महिला कर्मचारियों को ही यह मौका मिल पाता है जिनका कार्यालय व घर एक ही कैंपस में है परंतु महिला पुलिस अधिकारी होने के नाते वह खुद को दयनीय व लाचार नहीं दिखा सकती। रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि महिला पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की नियमित तौर पर टे्रङ्क्षनग होनी चाहिए।

Isha