75 की उम्र में दादी ने किया कमाल, सुनकर सभी हो रहे आश्चर्यचकित(Video)

9/20/2018 1:56:48 PM

पानीपत (अनिल कुमार):  कहते हैं कि जब व्यक्ति हिम्मत और आत्मविश्वास के साथ कुछ करना चाहता है तो कुछ भी उसके आड़े नहीं आ सकता। फिर उम्र क्या चीज है। ऐसी ही एक मिसाल बनी हैं 75 साल की दादी। सेक्टर-17 निवासी दर्शना देवी ने एशिया पैसिफिक मास्टर्स गेम्स में एक गोल्ड, एक सिल्वर और तीन कांस्य पदक जीतकर साबित कर दिया कि खेलने की भी कोई उम्र नहीं होती। जीत के बाद दादी दर्शना के चेहरे पर किसी बच्चे की तरह मुस्कान दिखी। अब उनकी नजर 2021 में जापान में होने वाले वर्ल्ड मास्टर गेम्स पर टिकी हैं।

इंटरनेशनल मास्टर गेम्स एसोसिएशन की तरफ से मलेशिया के पिनांग सिटी में एशिया पैसिफिक मास्टर्स गेम्स का आयोजन 7-15 सितंबर तक हुआ। इसमें दर्शना देवी सहित हरियाणा के सुशील कुमार (वेट लिफ्टर), अनिल कुमार (धावक), मगन सिंह (धावक), आबिद हुसैन (वेट लिफ्टर) और तेज सिंह ने भी बतौर धावक हिस्सा लिया। 

दर्शना देवी ने बताया कि 75 वर्ष आयु महिला वर्ग में विभिन्न देशों की 6 खिलाड़ियों को पराजित कर उन्होंने गोल्ड मेडल जीता है। 1500 मीटर वॉक में सिल्वर मेडल सहित 5000 मीटर वॉक, 100 मीटर दौड़ और रिले रेस में कांस्य पदक जीतकर अपने जुनून का लोहा मनवाया। घर पहुंचने पर सेवानिवृत पति धर्मपाल देशवाल और पड़ोसियों ने उनका स्वागत किया। बेटी सुशीला और सुमन, पौत्र सुमित और साहिल ने फोन पर उन्हें जीत की बधाई दी है। दर्शना देवी ने बताया कि अब उनका लक्ष्य वर्ष 2021 में जापान में आयोजित होने वाली वर्ल्ड मास्टर गेम्स में हिस्सा लेना है। 

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य ने साथ दिया तो वहां से भी पदक जीतकर लाऊंगी। दर्शना देवी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में 76 हजार रुपए का खर्च आया है। जिस होटल में ठहराया गया था, वहां ब्रेक फास्ट तो मिलता था, लेकिन भोजन बहुत महंगा था। नॉनवेज नहीं खाती, इसलिए भी दिक्कत हुई। पिनांग सिटी में एक गुरुद्वारा है। वे दोनों समय का भोजन वहीं खाते थे। लंगर में दाल, राजमा चावल, चपाती-सब्जी आदि भी मिल जाती थी। इसके लिए स्वेच्छा से दान पात्र में रकम डाल देती थी। 

एक दिन दो सेब खरीदे। उनकी कीमत 118 रुपए 40 पैसे चुकाने पड़े। यह मुझे बहुत महंगा लगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार खिलाड़ियों के लिए बहुत कुछ कर रही है। बुजुर्ग खिलाड़ियों को भी कुछ सुविधाएं मिलनी चाहिए। मलेशिया की यात्रा कैसी रही? इस प्रश्न पर उनके चेहरे पर खुशी तैर गई। उन्होंने बताया कि एक दिन हमें ऐसे स्टेडियम में ले जाया गया, जहां भारत और मंगोलिया के बीच फुटबॉल मैच खेला गया था। मैच भारत जीता था। समुद्र किनारे भी घुमाया गया। पडोसी, रिश्तेदार व् पति सभी दर्शना देवी से प्रेरणा ले रहे हैं। सभी का कहना है कि इस उम्र में देश व प्रदेश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर लाना बहुत बड़ी बात है। उनका कहना है कि हम सभी अपने बच्चों को उनके जैसा बनाना चाहते हैं।  
 

Rakhi Yadav