10 लाख की फिरौती मांगने का मामला: पुलिस कर्मी की हरकतों से तंग आया मजदूर बोला, नहीं चाहिए गनमैन

9/8/2020 12:18:13 PM

पानीपत (संजीव) : करीब दो सप्ताह पहले जान की सुरक्षा की गुहार लगाने पुलिस के पास पहुंचा गांव गढ़शरनाई निवासी मजदूर पुलिस द्वारा उपलब्ध करवाए गए गनमैन को लेकर एक ही दिन में परेशान हो गया है। उसके लिए सबसे बड़ी समस्या ये हो गई कि वह मेहनत मजदूरी करे या फिर गनमैन को संभाले। आरोप है कि गनमैन ने उसे एक ही दिन में नाकों चने चबवा दिए। जहां गनमैन ने उसके खर्चे पर शराब पी, दो पैकेट सिगरेट व चार बंडल बीड़ी के पी लिए। इतना ही नहीं उसे रातभर परिवार के साथ सोने नहीं दिया तथा पूरी रात नशे की हालत में बंदूक को लोढ़ अनलोढ़ करता रहा। यहां तक की उसके ऊपर भी बंदूक तान दी। जिससे उसे किसी अनहोहनी का भय बन गया है। जिसके चलते ही आखिर हार कर उसने थाना प्रभारी से विनती की है कि जनाब उसे नहीं चाहिए गनमैन। हालांकि थाना प्रभारी ने उसे दूसरा गनमैन उपलब्ध करवाने की बात कही लेकिन उसने किसी भी प्रकार की सुरक्षा लेने से साफ तौर पर इंकार कर दिया।

मजदूर द्वारा गनमैन की सुरक्षा से इंकार करने पर अब पुलिस द्वारा उसे हटा लिया गया है। खुद को नीरज बवाना गैंग का गैंगस्टर बताकर मजदूर विकास से दस लाख की फिरौती मांगने के समाचार को पंजाब केसरी ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। साथ ही फिरौती की समय अवधि बीतने के बाद मजदूर परिवार के हालात को उजागर किया है। बहरहाल सीआईए, थाना सैक्टर 13-17 पुलिस व साइबर सैल की टीमें अभी तक भी धमकी देने वाले नम्बर को ट्रेस नहीं कर पाई हैं, हालांकि पुलिस का दावा है कि मामले की जांच चल रही है तथा आरोपियों का जल्द ही पता लगा लिया जाएगा। सनद रहे कि गांव गढ़ शरनाई निवासी 30 वर्षीय विकास पुत्र जयपाल ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी कि वह मेहनत मजदूरी का काम करता है। चोट लग जाने के कारण वह कई दिनों से काम पर नहीं जा पा रहा था और घर पर रहता था। इसी दौरान 21 अगस्त को दोपहर बाद करीब 4 बजकर 39 मिनट पर उसके मोबाइल पर फोन करके एक व्यक्ति ने खुद को नीरज बवाना गैंग का बदमाश काला जठेडिया बताते हुए उससे एक हफ्ते के भीतर दस लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। जिसे न देने की सूरत में उसके घर के बाहर गोलियां बरसाने की धमकी दी गई थी।

मामला पुलिस में जाने के बाद जब सैक्टर 13-17 थाना पुलिस, साइबर सैल व सीआईए टीम ने जांच शुरू की तो शुरूआती जांच में सामने आया कि विकास की पत्नी उससे झगड़ा करके कुछ दिन पहले ही मायके चली गई थी। इसीलिए पुलिस ने इस एंगल पर भी ध्यान देना शुरू किया कि कहीं विकास के ससुराल वालों ने ही तो धमकी भरी काल न करवाई हो। पुलिस का यह भी मानना है कि कोई गैंगस्टर किसी मजदूर से 10 लाख की फिरौती क्यों मांगेगा और एक मजदूर का मोबाइल नम्बर किसी गैंगस्टर के पास कैसे पहुंचा। दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि विकास को इंटरनेट काल की गई थी इसीलिए नम्बर फिलहाल ट्रेस नहीं हो पाया है। फिलहाल मजदूर द्वारा सिक्योरिटी के लिए मना करने पर पुलिस ने गनमैन वापस बुला लिया है। नशे में तान दी थी बंदूक विकास का आरोप है कि जब उसे थाने से गनमैन मिला तो सिपाही रात को नशे हालत में उसके घर पहुंचा। जहां उसके छोटे भाई से अंग्रेजी शराब व नमकीन मंगवाई गई तथा उनके घर में सिपाही ने दुबारा शराब पी।

पूरे परिवार को जगाकर रखा तथा नशे की हालत में उसकी छाती पर लोडिड बंदूक तान दी। साथ ही चेतावनी दी कि हिलने-डुलने की कोशिश की तो अंजाम बुरा होगा। उसे बाथरूम तक जाने नहीं दिया। जब उसके भाई ने पूरे मामले की वीडियो बनानी चाही तो मोबाइल छीन लिया गया। उसे लगातार भय लग रहा था कि गलती से ट्रैगर दब गया तो उसका मामला खत्म हो जाएगा। इसी दौरान गनमैन दो पैकेट सिगरेट व 4 बंडल बीड़ी पी गया। पूरी रात परिवार को जगाने के बाद गनमैन सुबह अपने घर चला गया। तभी परिवार ने राहत की सांस ली। पंजाब केसरी ने प्रमुखता से उठाया मामला मजदूर विकास को मिली धमकी के इस मामले को पंजाब केसरी ने प्रमुखता से उठाते हुए 23 अगस्त के अंक में विकास व खुद को गैंगस्टर बताने वाले युवक के बीच हुई वार्तालाप सहित पूरा समाचार प्रकाशित किया था। इतना ही नहीं गैंगस्टर द्वारा 7 दिन की अवधि बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई सुराग न ढूंढ पाने पर खौफजदा परिवार की स्थिति को भी 28 अगस्त के अंक में प्रकाशित किया था। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने बाद में मजदूर विकास को सुरक्षा की दृष्टि से गनमैन उपलब्ध करवाया था। हालांकि मजदूर के लिए यह गनमैन रास नहीं आया। उसका कहना है कि एक वक्त ऐसा भी होता है कि खुद का पेट खाली हो, लेकिन गनमैन को तो पूछना ही पड़ता है। ऐसे में गनमैन की सुरक्षा उसके लिए राहत कम आफ्त ज्यादा बनने लगी थी।

Isha