कर्मभूमि लौटने लगे कामगार, बहादुरगढ़ में दूसरे राज्यों से आए सात हजार श्रमिक

7/6/2020 4:36:22 PM

हिसार : उत्तर प्रदेश के गोऱखपुर से हिसार आने वाली गोऱखपुर एक्सप्रेस जब हर सुबह गेट वे ऑफ हरिय़ाणा बहादुरगढ़ में स्टेशन पर आकर रुकती है तो हाथ में सामान और चेहरे पर उम्मीद लिए कामगार प्लेटफार्म पर पहला कदम रखते ही सुकून महसूस करते है। यह सुकून है उनके फिर से कर्मभूमि लौटने का, जहां अपने खून-पसीने से वे रोटी कमाते है और हजारों किलोमीटर दूर बैठे अपने परिवारों का भी पेट पालते है। इनके लौटने से यहां के उद्योगपति और बड़े किसान भी सुकून महसूस कर रहे है क्योंकि इन्हीं कामगारों के पसीने से विकास का रास्ता भी निकलता है। लॉकडाउन में मजदूरों के घर चले जाने से कई फैक्ट्रियों के पहिए थम गए थे।

अनलॉक-2 में विभिन्न गतिविधियां चल पड़ी है तो कामगारों की डिमांड बढ़ रही है। फैक्टरी मालिकों और सरकार के प्रयास से ये दोबारा गुरुग्राम, फरीदाबाद, बहादुरगढ़, रोहतक, यमुनानगर, पानीपत और हिसार जैसे शहरों में लौटने लगे है। अकेले बहादुरगढ़ में ही एक महीने में सात हजार कामगार वापस लौट चुके है। इनमें 1100 तो ट्रेन से पहुंचे है, जबकि बाकी अन्य साधनों से। दूसरी सुकून देने वाली बात यह है कि फैक्ट्रियों के चलने से जिन लोगों को दोबारा से काम मिल गया, वे अब घर जाने की टिकट कैंसिल करवा रहे है। बहादुरगढ़ रेलने पर रोजाना 10 से ज्यादा लोग अपनी टिकट कैंसिल करवाने के लिए पहुंच रहे है। 

रोहतक में 27 औद्योगिक इकाइयों ने किया आवेदन :
जिला उद्योग केंद्र, रोहतक के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश खेड़ा ने बताया है कि मजदूरों की जरुरत को देखते हुए सरकार ने पहल की है। ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। एक जुलाई तक ऑनलाइन 27 औद्योगिक इकाइयों की तरफ से मजदूरों को बुलाने के लिए आवेदन कर दिया गया है। इस दिशा में काम चल रहा है। 

Edited By

Manisha rana