प्रदेश में मॉडल संस्कृति स्कूलों की संख्या 500 करने की योजना पर कर रहे हैं काम: कंवरपाल गुर्जर
3/11/2022 4:22:59 PM
चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी ): सदन में पेश हुए बजट से यह तो तय हो गया कि प्रदेश सरकार का मुख्य फोकस आने वाले समय में शिक्षा - कृषि और स्वास्थ्य विभाग को सुदृढ़ करना रहेगा। इस बारे तमाम विभागों के मंत्रियों की क्या सोच है, यह भी जानना अति आवश्यक है। वर्ग - क्षेत्र या प्रदेश की उन्नति वहां की शिक्षा पर निर्भर करती है। शिक्षित समाज हमेशा अपने ही नहीं प्रदेश- देश की उन्नति में एक महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। इस महत्वपूर्ण विषय पर प्रदेश के वन- पर्यटन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि पिछली बार से शिक्षा विभाग को 17.6 फ़ीसदी बजट बढ़ाकर मिलना वास्तव में एक प्रदेश की शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने कि सोच वाला कदम है।
इस बजट से मैं पूरी तरह से संतुष्ट हूं और आने वाले समय में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शिक्षा में और अधिक सुधार की घोषणा की है। पहले पूरे प्रदेश में मात्र 22 संस्कृति मॉडल स्कूल थे, कोरोना काल के बावजूद हमने निरंतर अपने प्रयासों से स्कूलों की संख्या को बढ़ाया जो कि आज प्रदेश में 114 स्कूल मौजूद हैं और हम जल्द ही इनकी संख्या को 500 करने को प्रयासरत है।हर एक एजुकेशन ब्लॉक में तीन से चार स्कूल खोलने की योजना पर हम आगे बढ़ रहे हैं ताकि महंगी प्राइवेट शिक्षा के ज्यादा जरूरत महसूस ही ना हो। साथ ही हम 120 दिनों में 10वीं - 11वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों को टैब वितरित कर देंगे। हमने टेबलेट का प्रोसेस पूरा कर लिया है।
बच्चों की संख्या के पिछले आंकड़े के अनुसार 620 करोड़ की लागत से 5 लाख टैब खरीदे गए हैं। अगर संख्या अधिक हुई तो और खरीद लिए जाएंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भिवानी और सोनीपत में तीन महिला कॉलेजों की घोषणा की है और साल में दो बार स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों का पूरा हेल्थ चेक अप करने की घोषणा वास्तव में अच्छी सोच है। गुर्जर ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री द्वारा शिक्षा विभाग के लिए की गई घोषणाओं से पूरी तरह से संतुष्ट हूं। वास्तव में उनकी सोच प्रदेश के बच्चों को लेकर बेहद सकारात्मक है।
गुर्जर ने कहा कि उनके दूसरे विभाग वन के लिए भी साढे 16 फ़ीसदी की बढ़ोतरी बजट में की गई है जो कि करीब 531 करोड रुपए विभाग को मिले हैं। आज लगभग कुल मिलाकर 7 फ़ीसदी वन विभाग की जमीन मौजूद है।लेकिन 10 फ़ीसदी का टारगेट हमें दिया गया है। इसे लेकर हम एक नीति की तरफ आगे बढ़ रहे हैं, जिसमें बच्चे से 1-2 पेड़ लगवाए जाएंगे और जब बच्चा 12वीं कर लेगा तो पेड़ की स्थिति के अनुसार बच्चे को नंबर दिए जाएंगे। फॉरेस्ट आज एक बहुत बड़ी जरूरत है। इसे लेकर हम पूरी तरह से गंभीर हैं। हम पंचायती जमीनों में भी पेड़ लगाने के प्रयासरत रहेंगे। पंचायती जमीनों में 1000 एकड़ क्षेत्रफल में बाग लगाने का भी हमारा प्रयास है। पुराने पेड़ों पर पेंशन देने का भी काम किया जा रहा है। किसान द्वारा अपने खेत में एक तरफा पेड़ बनने पर किसान को प्रोत्साहन राशि देने पर भी विभाग कार्य कर रहा है। किसानों की हौसला अफजाई से प्रदेश की धरती पर अधिक से अधिक पेड़ उगाने हमारा लक्ष्य है।
पर्यटन विभाग के बजट में 55 फ़ीसदी की बढ़ोतरी करते हुए करीब 310 करोड रुपए मुख्यमंत्री द्वारा अलॉट किए जाने पर मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि हम प्रदेश के पर्यटकों को आकर्षित करके विभाग को मजबूत करने को लेकर पूरी तरह से प्रयास होता है। जिसे लेकर मोरनी के टिक्कर ताल में लगातार काम किए गए। पैराग्लाइडिंग - वाटर स्पोर्ट्स इत्यादि की व्यवस्थाएं देकर पर्यटकों को आकर्षित करने का प्रयास जारी है। दमदमा में भी इस प्रकार का काम हम करने वाले हैं। हम क्षेत्र के लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने को लेकर होम स्टेट पॉलिसी लेकर आए हैं और हमारा ध्यान फार्म टूरिज्म की तरफ भी है।
मैंने फार्म टूरिज्म के मालिकों से पिछले दिनों बैठक भी की थी। क्योंकि फार्म टूरिज्म के माध्यम से पैसा कमाना हमारा उद्देश्य नहीं है। फिर भी हम उनकी हर समस्या समाधान करवाने को लेकर उनके साथ खड़े हैं। देश के लोगों में हरियाणा की संस्कृति - खेती - पशुपालन और खिलाड़ी इत्यादि बारे जाने को लेकर काफी चाव है। इसलिए हमारा फोकस होमस्टे और फार्म टूरिज्म पर मुख्यत है। गुर्जर ने कहा कि कुल मिलाकर यह बजट एक खूबसूरत बजट है। जिसमें खेती पर पूरा ध्यान दिया गया है और हर विभाग को पिछले बजट से अधिक बजट अलाट किया गया है। इस बजट का काफी अधिक लाभ जनता को मिलेगा। आम आदमी की जरूरतों को ध्यान रखते हुए पूरा बजट तैयार किया गया है।
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