World Cancer Day आज, 40 लाख में बना था वार्ड, आज महंगें अस्पतालों में जेबें कटवा रहे मरीज

2/4/2020 11:57:48 AM

गुडग़ांव (संजय) : विश्व कैंसर दिवस पर जिले के सभी अस्पतालों में उल्लास के साथ विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। जहां न केवल कैंसर जाकरूकता की शपथ दिलाई जाती है बल्कि हर बार कैंसर मुक्ति का जुमला सुनाया जाता है लेकिन कैसे और किसके भरोसे। जब 40 लाख की लागत से बने जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का कैंसर वार्ड 2016 से बंद कर दिया गया।

शिकायत मानव आवाज संस्था द्वारा मुख्यमंत्री व मानवाधिकार संस्था से भी की गई। बावजूद इसके आज तक न तो इसे दोबारा चालू करने की कोई घोषणा की गई न तो विशेषज्ञ नियुक्त किए गए। ज्ञात हो कि 2007 में सिविल अस्पताल में 40 लाख रूपए वार्ड का निर्माण कराया गया था। जिसे 2016 में इसे चिकित्सक व विशेषज्ञों के अभाव में बंद करा दिया गया। जबकि वर्ष 2007 से 2016 के बीच यहां पर सैंकड़ों कैंसर मरीजों का ईलाज किया गया।

गरीबों के अधिकारों के हो रहे हनन व प्रदेश सरकार की अनदेखी के कारण मानव आवाज संस्था के संयोजक एडवोकेट अभय जैन इसकी शिकायत बीते वर्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री व मानवाधिकारी आयोग से की थी। बावजूद इसके अभी तक कैंसर वार्ड की न तो स्थापना की गई न तो उसकी कोई घोषणा। सुविधाओं के अभाव में गरीब मरीजों को ईलाज ऐसे अस्पतालों में कराना पड़ रहा है जहां उनके जीवन भर की कमाई इलाज में गॅवानी पड़ रही है। 

विभाग को आज तक नही मिले विशेषज्ञ:-सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक कैंसर विशेषज्ञ डाक्टर एसपी भनोट द्वारा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद कोई डज्ञक्टर इसे संभालने के लिए नही आया। जबकि इसके लिए डा. सौरभ देसवाल को पीजीआई रोहतक छह महीनें की कैंसर ट्रेनिंग दी भी दी गई। लेकिन कई बार विभाग द्वारा नोटिस दिए गए जाने के बाद भी डा. देसवाल ने इसका कार्यभारी नही संभाला। 

500 से अधिक मरीजों का इलाज:-वही अस्पताल के पूर्व विंग प्रभारी डा. एसपी भनोट के मुताबिक वार्ड में 500 से अधिक गरीब मरीजों के सिर, गले व मुंह के कैंसर का इलाज किया जा चुका है। यहां पर इलाज कराने के लिए फरीदाबाद, मेवात, रेवाड़ी सहित कई जिलों के मरीज इलाज के लिए आते थे। 

Isha