हरियाणा सरकार की नई खेल नीति पर पहलवान बजरंग पूनिया ने उठाए सवाल (VIDEO)

6/26/2019 5:19:07 PM

सोनीपत (पवन/सुनील): हरियाणा की खेल नीति पूरे भारत में सबसे अच्छी नीति मानी जाती है, लेकिन हरियाणा के खिलाड़ी ही इस खेल नीति को सबसे बेकार बता रहे  हैं। जब से हरियाणा सरकार ने खेल सम्मान समारोह स्थगित किया है और खिलाडिय़ों की ईमानी राशि में कटौती की है, तब से हरियाणा के खेल जगत में भूचाल आ गया है। मंगलवार को महिला पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने इस बाबत ट्वीट किए। वहीं आज बजरंग पुनिया ने मीडिया के सामने खुले तौर पर अपना दर्द सांझा किया।

बजरंग पुनिया ने हरियाणा की खेल नीति पर सवाल उठाते हुए कहा हम देश के लिए मेहनत करते हैं, हमें सम्मान की जरूरत नहीं, लेकिन सरकार हमारा अपमान ना करे। उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान भी और अब भी सरकार कह रही है कि जो खिलाड़ी सेंटर की नौकरी कर रहे हैं, उनको हम पैसा काट कर देंगे। उस दौरान सम्मान समारोह पैसों की कटौती के चक्कर में रद्द हुआ था। अब सरकार कह रही है कि अगर 3000 को सम्मानित करेंगे तो तो दस दिन लगेंगे।

बजरंग ने कांग्रेस सरकार की खेल नीति को सराहा और कहा जब हम बड़े लेवल पर मेडल जीतते हैं, तब सरकार सुर्खियों में रहने के लिए इनामी राशि की घोषणा बढ़चढ़ कर करते हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी ऐसा नहीं किया, सरकार भी ऐसा न करे। उन्होंने कहा, ''मुझे एशियन गेम्स में 3 करोड़ की इनामी राशि देने की घोषणा की गई थी, लेकिन मुझे 75 लाख कम मिले हैं। जूनियर लेवल पर तो खिलाड़ी इसकी आवाज भी नहीं उठा सकते। मैं सरकार से दोबारा इस नीति को बदलने की विनती करता हूं।''

उन्होंने कहा, ''अगर मेरा मान सम्मान पूरा नहीं हुआ तो मैं पूरी ईनामी राशि लौटा दूंगा, सभी खिलाड़ी इस बात के पक्षधर हैं। अनिल विज और मुख्यमंत्री बताएं इस सरकार में कितने खिलाडिय़ों को नौकरी मिली है।'' पुनिया ने कहा अगर खेल नीति विवादों में रहे तो कहां से अच्छी होगी। सामने ओलंपिक की चुनौती है, खिलाड़ी वहां फोकस कर रहे हैं, जिसमें ऐसे विवाद से खेल पर असर पड़ेगा। ये खिलाडिय़ों को खत्म करने का काम है, हर बार खेल सम्मान समारोह ना करना और उसे टालना सरकार की नाकामी है।

Shivam