डब्ल्यू.टी.डी.एस. स्कीम के तहत किसानों ने बिल भरना किया शुरू

8/3/2018 12:07:20 PM

जींद(ब्यूरो): ग्रामीण एरिया में बिजली बिलों पर सालों से जमी बर्फ अब पिघलने लगी है। सरकार की डब्ल्यू.टी.डी.एस. स्कीम के तहत लोगों ने बिजली  बिल भरना शुरू कर दिए हैं। सरकार की डब्ल्यू.टी.डी.एस. स्कीम में साल 2005 के बाद के जो भी बिजली बिल उपभोक्ता डिफाल्टर हैं, उन्हें इस स्कीम में शामिल किया गया है। इससे लोगों को बहुत हद तक राहत मिलेगी। इसमें लोगों को 110 रुपए किलोवाट के हिसाब से 156 महीने का अमाऊंट भरना होगा और बाकी बचा अमाऊंट सरकार द्वारा माफ किया जाएगा। 

इसके तहत वीरवार को राजपुरा के रामफल ने बिजली बिल के रूप में 37 हजार रुपए भरे। रामफल का अब तक का बिल 28 लाख रुपए से ज्यादा था। रामफल को केवल 37 हजार भरने के बाद बाकी बची राशि माफ हो गई। वीरवार को भारतीय किसान यूनियन नेता रामफल कंडेला ने बताया कि उनकी यूनियन और सरकार के बीच समझौता हुआ है। इसके तहत 17 जुलाई, 2005 के बाद का जो भी बिजली बिलों का डिफाल्टर होगा।

उसे बिजली बिलों पर सरकार की डब्ल्यू.टी.डी.एस. (वन टाइम सैटलमैंट आफ डिफालटिंग अमाऊंट आफ सौभाग्य डिफाल्टर) स्कीम का लाभ मिलेगा। रामफल का अब तक का कुल बिल 28 लाख 10 हजार 489 रुपए था। सरकार की डब्ल्यू.टी.डी.एस. स्कीम के तहत उसे केवल 37 हजार भरने पड़े। किसान नेता रामफल कंडेला ने कहा कि यह सरकार की बहुत अच्छी स्कीम है। इससे सभी लोगों को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरवार से कंडेला, राजपुरा समेत कई गांवों के लोग अपनी भारी-भरकम बिल राशि का भुगतान करना शुरू कर देंगे। 

 


 

Rakhi Yadav