खतरे के निशान पर यमुना,  बरसात के चलते बढ़ना शुरू हुआ जलस्तर

7/13/2021 1:41:11 PM

यमुनानगर( सुरेंद्र/सुमित): हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों में हो रही बरसात के चलते अब यमुना नदी में जलस्तर बढ़ना शुरू हो चुका है। इसके बावजूद भी हरियाणा की जरूरत के हिसाब से जल की पूर्ति नहीं हो रही है। यमुनानगर के सिंचाई विभाग अधिकारी ने इसके बारे में जानकारी दी है ।

हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जाने वाला पानी अक्सर राजनीति गलियारों में चर्चा का विषय बना रहता है। अब दिल्ली सरकार द्वारा हरियाणा पर उसके हिस्से का पानी रोकने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई गई है । दिल्ली जल बोर्ड ने याचिका में कहा है कि पर्याप्त पानी नहीं छोड़े जाने से दिल्ली में जल संकट गहरा गया है, लेकिन वहीं हरियाणा में भी अभी पर्याप्त मात्रा में पानी की पूर्ति नहीं हो पा रही है । 


पहाड़ों से निकलकर यमुना नदी यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज के पास धरातल पर पहुंचती है। यहां पर साल 1999 में हथिनी कुंड बैराज का कार्य पूरा हुआ था जिसके बाद यहां से पानी को कंट्रोल कर हरियाणा और उत्तर प्रदेश की नहरों में छोड़ा जाता है और बरसात के मौसम में पानी ज्यादा आने पर बड़ी यमुना नदी में पानी छोड़ दिया जाता है।  सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक  कल यमुना नदी में करीब 15000 क्यूसेक पानी आने पर हरियाणा को करीब 10000 क्यूसेक पानी दिया जा रहा था। बाकी का पानी उत्तर प्रदेश की नहर में छोड़ा गया था लेकिन आज यमुना में करीब 8000 क्यूसेक पानी बह रहा है जो करनाल के मूनक हेड की तरफ भेजा जा रहा है। 


उन्होंने बताया कि यहां पानी का किसी तरह का कोई इस्तेमाल नहीं होता जितना पानी नदी में आता है वह डाइवर्ट कर मूनक हेड की तरफ छोड़ दिया जाता है। यदि मूनक हेड की डिमांड पूरी होने के बाद पानी बच जाता है तो वह बड़ी यमुना नदी में छोड़ दिया जाता है जो सीधा दिल्ली की तरफ जाती है लेकिन इस बार ऐसी कोई स्थिति है कब तक नहीं बनी कि पानी बड़ी यमुना नदी में छोड़ा जाए। उन्होंने बताया कि फिलहाल उन्हें डाकपत्थर पर 57000 क्यूसेक पानी होने की सूचना मिली है जो करीब 6 घंटे तक हथिनी कुंड बैराज तक पहुंचेगा और इस पानी को मूनक हेड तक पहुंचने में 18 घंटे लग जाते हैं उन्होंने बताया कि हरियाणा में पानी की डिमांड ज्यादा है। अब तक जल की पूर्ति नहीं हो रही है हथिनी कुंड बैराज पर यदि 70000 क्यूसेक से ज्यादा पानी आता है तो हरियाणा की दोनों नेहरों की सप्लाई बंद कर उसे बड़ी यमुना में छोड़ दिया जाता है ।

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Content Writer

Isha