उतरा यमुना का पानी, निर्माणाधीन पुल पर दिखा तबाही का मंजर

punjabkesari.in Sunday, Sep 15, 2019 - 12:25 PM (IST)

फरीदाबाद(सुधीर राघव): यमुना नदी में आए बहाव और बढ़े हुए जलस्तर को उतरे हुए करीब 15 दिन बीतने को हैं। लेकिन अब तक यमुना नदी पर नोएडा और फरीदाबाद को जोडऩे वाले पुल का काम शुरू नहीं हुआ है। पिछले एक माह से यह काम बंद पड़ा है। तेज बहाव के चलते यमुना ने निर्माणाधीन के काम को काफी नुकसान पहुंचाया है। प्रोजेक्ट में हुई देरी को केंद्रीय मंत्री और फरीदाबाद सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने गंभीरता से लिया है।

वहीं उन्होंने मंझावली प्रोजेक्ट की प्रोगरेस के बारे में विभाग के अधीक्षण अभियंता से दूरभाष पर वार्ता कर जल्द से जल्द काम शुरू करने के निर्देश दिए।  निर्माणाधीन कंपनी द्वारा बनाए गए वैकल्पिक पुल को जहां यमुना ने पानी में बहा दिया वहीं इससे हुए नुकसान का मंजर भी सभी की आंखों के सामने हैं। पानी के बहाव ने जगह-जगह यमुना के तटीए क्षेत्र से मिट्टी का भारी कटाव किया है वहीं वैकल्पिक पुल के नीचे लगाई गई मिट्टी, लोहे की सरिया, गाटर, प्लेट और सीमेंट आदि को भी बहा दिया।

अब नए सिरे से कंपनी को यहां वैकल्पिक पुल खड़ा करना होगा तभी जाकर यमुना पर पुल निर्माण शुरू होने की उम्मीद जताई जा सकती है। फिलहाल यमुना के तटिए क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है और मशीनें खड़ी हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों उत्तरी भारत के पहाड़ी इलाकों और हरियाणा में जोरदार बारिश से यमुना में आए पानी के चलते हथिनी कुंड बैराज से साढ़े 8 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।

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जिसके बाद फरीदाबाद में नदी किनारे बसे एक दर्जन से अधिक गांवों की जमीन जलमग्न हो गई थी। वहीं यमुना नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान ऊपर 198 फीट तक पहुंच गया है था। पानी के तेज बहाव में मंझावली गांव पर बन रहे पुल की निर्माण सामग्री समेत बड़ी तादाद वैकल्पिक पुल को नुकसान हुआ और कंपनी को एक महिने तक काम रोकना पड़ा था। लेकिन इससे यह साफ है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने में फरीदाबाद और नोएडा वासियों को अगली बारिश तक इंतजार करना पड़ेगा। जबकि यह प्रोजेक्ट अक्टूबर 2019 में पूरा होना था।

फरीदाबाद के मंझावली और नोएडा अट्टा गुजरान को यमुना पर पुल बनाकर जोडऩे की 106 करोड़ की इस परियोजना के शुरूआती डिजाइन में कुछ बदलाव किए गए और 11 पिल्लरों की बजाय 12 पिल्लर कर दिए गए। इससे परियोजना की लागत पर भी असर पड़ेगा। वहीं 17 माह से चल रहे पुल निर्माण कार्य को एक माह बाद अक्टूबर 2019 तक पूरा करना था। लेकिन काफी बाधाओं के बाद निर्माण कंपनी एसपी सिंगला यमुना नदी के बेसमेंट में 12 में से 9 पिल्लर बना चुकी है। तीन पिल्लरों का काम अभी बाकि है, अधिकारियों के मुताबिक अबतक 50 फीसदी वित्तीय और 60 फीसदी निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। जबकि अबतक इस कार्य की प्रोगरेस 90 फीसदी तक पहुंचनी चाहिए थी, जो कि 60 फीसदी पर ही अटक गई।    

चन्द्रमोहन, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को यमुना नदी पर पुल निर्माण की प्रोगरेस के बारे में जानकारी दी है। अब यमुना नदी का पानी उतर चुका है। हमने निर्माणाधीन कंपनी से पुल का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू करने के लिए कहा है। ताकि प्रोजेक्ट दिसम्बर 2019 तक पूरा हो सके।

कृष्णपाल गुर्जर, केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि यमुना पर पुल बनने से फरीदाबाद और नोएडा के क्षेत्र की दूरी ही कम नहीं होगी बल्कि दोनों शहरों में विकास की रफ्तार और गति पकड़ेगी। यह मेरा ड्रिम प्रोजेक्ट है। मैंने अधिकारियों से बात की है कि जल्द से जल्द इस प्रोजेक्ट का काम पूरा करेंगे। 


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Shivam

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