रेलवे के सीनियर सेक्शन मैनेजर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में किया खुलासा

1/28/2017 6:20:27 PM

यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय):रेलवे वर्कशाप कॉलोनी के 35 डी कोठी में रहने वाले दिनेश गौड ने आज अपने घर के एक कमरे में पंखे से लटक कर सुसाइड कर लिया। सुसाइड करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा जिसमें उसने कई खुलासे किए हैं। उसने लिखा है कि 18 जनवरी को रेलवे वर्कशाप में सीबीआई की रेड हुई थी, जिसमें एक वर्क मैनेजर को सीबीआई ने हिरास्त में लिया था। 

आरोप थे कि बिल पास करने के नाम पर मोटी रकम ऐंठी गई थी जिस पर सीबीआई ने रेलवे वर्कशाप से कुछ कागजात भी अपने कब्जे में ले लिए थे, लेकिन जिन कागजों को कब्जे में लिया गया उन कागजों में सुसाइड करने वाले दिनेश गौड के कई जगह साइन थे। दिनेश अपने आप को बेकसूर बता रहा था, लेकिन उसके पास इसे साबित करने का कोई भी सबूत नहीं था। दबाव के चलते वो परेशान था और उसने सारी ज़िन्दगी ईमानदारी से नौकरी की और इसलिए उसे ये सब बर्दाशत नहीं हुआ।

उसने लिखा कि आज वह सुसाइड कर रहा है जिसके जिम्मेदार एसएसईआर डब्ल्यू आर व डिप्टी सीएूई अमृतसर के साथ-साथ ठेकेदार की मिली भगत से सभी काम होते थे और ऐसे में जो भी आदेश यह लोग करते थे वह मौखिक रूप से ही करते थे। अब जब सीबीआई के कब्जे में कागजात गए है तो यह लोग अपने आप को बचाने के लिए मुझे फंसा रहे हैं जबकि मै अपनी इमानदारी को ऐसे तो साबित नहीं कर सकता। इसके लिए मुझे मरना ही पडे़गा। मरने से पहले दिनेश ने अपनी पत्नी से सारी बात शेयर भी की लेकिन उसे यह नहीं मालूम था कि उसका पति ऐसा कर लेगा।

दिनेश के सुसाइड के बाद जब घरवालों ने दिनेश का कमरा खोला तो दिनेश पंखे से लटका पड़ा था और साथ ही था दो पेज का सुसाइड नोट जो बहुत कुछ बयान कर रहा था। सुसाइड नोट में सीबीआई की रेड करवांने वाले ठेकेदार का नाम भी है। पुलिस ने मौके का मुआयना कर सुसाइड नोट और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।दिनेश गॉड ने खुद तो सुसाइड कर लिया लेकिन पीछे छोड़ दिए कई ऐसे सुराग जो रेलवे में चल रहे भ्रष्ट तंत्र का खुलासा कर रहे हैं। अब देखना होगा की पुलिस इस मामले में कैसे सुसाइड में लिखे अधिकारियो और ठेकेदार से पूछताछ कर सच को सामने लाएगी।