Yamunanagar: कैल-ताजेवाला हाईवे बनने पर सफर होगा और आसान, जानें कब बनकर होगा तैयार

11/30/2023 11:46:40 AM

यमुनानगर : हरियाणा के यमुनानगर के कैल से ताजेवाला के 32 किलोमीटर के हाईवे का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। जो अगले डेढ़ साल में पूरा होना है। इस हाइवे के बनने से हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश से आने व जाने वाले लोगों को भारी लाभ मिलेगा। चंडीगढ़ से वाया जगाधरी आने वाले लोगों को भी 40 से 45 मिनट समय की बचत होगी।

यमुनानगर के कैल से ताजेवाला तक बनने वाले हाईवे के निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। कैल से ताजेवाला हाइवे लगभग 1200 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार होने वाला नेशनल हाईवे-907 दो साल में यह नया हाईवे पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद वाहन चालकों की राह आसान हो जायेगी। हाईवे के निमार्ण से यात्रा सुगम होगी। साथ ही हादसों के ग्राफ में कमी आएगी। अब इसकी चौड़ाई कम होने के कारण जाम व हादसे होते हैं। 

एक दर्जन से ज्यादा गांवों की जमीन की गई अधिग्रहित की गई 

इस हाईवे में कैल से सिंहपुरा शेरपुर तक लगभग एक दर्जन से ज्यादा गांवों की जमीन अधिग्रहित की गई है। शेरपुर मोड़ से ताजेवाला तक पुराने नेशनल हाईवे की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। यह हाईवे फोर लेन बनेगा। सोम नदी छछरौली के पास और पथराला नदी उर्जनी के सामने पुल बनाया जाएगा। प्रतापनगर में फ्लाई ओवरपर सर्विस रोड भी बनाए जाएंगे। नेशनल हाईवे अथॉरिटी के वरिष्ठ अधिकारी आईजी शर्मा ने बताया कि यह हाईवे दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। 7 फरवरी 2025 को इस का कार्य पूरा होना है। इसके बनने से 42 से 45 मिनट का सफर काम होगा। 


उन्होंने बताया कि इस हाइवे में 122 स्ट्रक्चर हैं, 19 अंडरपास व 6 माइनर और तीन मेजर ब्रिज बनाए जाने हैं। उन्होंने बताया कि 90% भूमि नेशनल हाईवे अथॉरिटी को ट्रांसफर हो चुकी है बाकी जमीन पर कुछ सरकारी व निजी स्ट्रक्चर हैं वह भी हटाए जाने हैं उसके मुआवजा के लिए पेमेंट जिला राजस्व अधिकारी को जमा करवा दी गई है। इस हाईवे की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से रखी जाएगी इसी हिसाब से इसका निर्माण किया जा रहा है।

2025 तक पूरा कर दिया जाएगा इसका काम

वहीं हाईवे बनने के बाद ऊर्जनी के पास टोल प्लाजा भी लगाया जाएगा। जिसकी राशि अथॉरिटी द्वारा बाद में तय की जाएगी। वहीं निर्माण कर रही राज राज श्याम कंस्ट्रक्शन कंपनी  के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर सत्य प्रकाश निगम ने बताया कि हाईवे के निर्माण में 350 से अधिक मजदूर काम कर रहे है। 7 फरवरी 2025 तक इसका काम पूरा कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से सभी तरह के इंतजाम किए गए हैं, ताकि लोगों को आने जाने में किसी तरह की कोई दिक्कत ना आए।


डेढ़ घंटे के सफर में अब लगेंगे मात्र तीस मिनट 


इसमें 24 गांवों से करीब 100 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। नया फोरलेन कैल से होता हुआ मेहलावाली, मामली, काठवाला, चाहडो, मुंडाखेडा, खारवन, पंजेटो, बलाचौर, सिंहपुरा, शेरपुर, उर्जनी, भिलपुरा, शाहजहांपुर, पीपली माजरा, मलकपुर खादर, छज्जूनगला, चूहडपुर कलां, चूहडपुर खुर्द, गुलाबगढ़, किशनपुरा, प्रतापनगर, बहादरपुर आदि गांवों के रकबे से होकर निकलेगा। अंबाला से पांवटा साहिब जाने वाले लोगों को इसका काफी फायदा मिलेगा। वहीं हिमाचल प्रदेश से आने वाले लोगों को भी इस फोरलेन का लाभ मिलेगा। इससे उन्हें जाम से भी नहीं जूझना पड़ेगा और समय भी कम लगेगा। करीब 15 किमी का अतिरिक्त चक्कर भी बचेगा। पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा से आने वाले यात्रियों को जगाधरी छछरौली के बीच से होकर गुजरना पड़ता था। जगाधरी लक्कड़ मंडी की वजह से घंटों जाम लगा रहता था। पहले कैल से ताजेवाला तक डेढ़ घंटा लगता था जो सफर हाईवे बनने से मात्र तीस मिनट में पूरा होगा।
 

Content Writer

Manisha rana