सिंगार गांव का यासीन मॉब लिंचिंग का शिकार, तड़फा-तड़फा की हत्या

4/8/2019 8:44:05 PM

नूंह मेवात (ऐके बघेल): भाजपा राज में मॉब लिंचिंग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं जुनैद, पहलू सहित आधा दर्जन मॉब लिंचिंग की घटनाओं के बाद अब एक नई घटना हरियाणा के पलवल जिले में सामने आई है। मेवात जिले के सिंगार गांव के रहने वाले यासीन पुत्र सुलेमान की बेरहमी से हत्या की गई है। शरीर पर चाकू के निशान गोली और नौची गई आंखों से लग रहा है कि यासीन की बड़ी ही बेरहमी से कई लोगों ने मिलकर जान ली है।



पलवल पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है लेकिन परिजनों का साफ-साफ कहना है कि उनके लाडले की जान मॉब लिंचिंग की वजह से गई है। मृतक यासीन ट्रक ड्राइवर था और पिछले कई वर्षों से ट्रक ड्राइवर का काम करके अपने परिवार का गुजारा करता था परिवार में कुल 6 बच्चे हैं जिनमें तीन लड़का और तीन लड़की शामिल हैं करीब दो दशक से यासीन इसी तरह देश के सभी राज्यों में ट्रक चलाकर अपने बच्चों का लालन पालन करता था।



शनिवार को वह ट्रांसपोर्ट के पास अपने ट्रक को खड़ा करके अपने गांव सिंगार के लिए रवाना हुआ था और परिजनों को फोन करके कहा था कि वह चंद घंटे बाद ही घर पहुंच रहा है। लेकिन जब वह रविवार को भी सुबह तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी परिवार के लोग जब उसे ढूंढते हुए होटल शहर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि पलवल शहर में एक व्यक्ति की हत्या की गई है और उसका शव वहां पर पड़ा हुआ है।



जब परिजन पलवल पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। पलवल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों के हवाले कर दिया है। यासीन के शव को सोमवार सुबह उसके गांव बिछोर में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया है यासीन की मौत से सिर्फ सिंगार गांव में ही नहीं बल्कि समूचे मेवात जिले में भारी रोष है लोगों ने इस घटना को भाजपा राज में कुछ शरारती तत्वों के हौसले बुलंद होने से जुड़ा है।



आपको बता दें कि भाजपा राज में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में मेवात के आधा दर्जन से अधिक लोगों की जान चली गई तो दर्जनों लोगों को जानवरों की तरह पीटा गया। लेकिन उनकी जान बच गई। लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है बावजूद इसके शरारती तत्व इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं।



परिवार के लोगों ने मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की मांग करते हुए दोषियों को जल्द से जल्द सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। कुल मिलाकर मॉब लिंचिंग की घटनाओं की वजह से मुस्लिम समाज के लोग पूरी तरह से डरे हुए हैं कब कहां किस की मौत शरारती तत्वों द्वारा कर दी जाए इसका कोई अंदाजा नहीं है। यही वजह है कि मुस्लिम समाज के लोग भाजपा से अक्सर दूरी बनाए रखते हुए नजर आते हैं हाल ही में हुई यासीन की मॉम लिंचिंग में मौत का असर लोकसभा के चुनाव में भी देखने को मिल सकता है।

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