युवाओं ने पराली से बनाया कोयला, अब काट रहे सरकारी दफ्तरों के चक्कर

9/29/2021 11:23:39 AM

हिसार(विनोद):  हिसार निवासी दो युवाओं ने सरकार की एक बड़ी समस्या को हल करने का दावा किया है। मगर, अब वही युवा सरकारी मदद के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट काटकर परेशान हो चुके हैं। हिसार निवासी विजय श्योराण व मनोज नेहरा ने दावा किया है कि उन्होंने खेतों में सिर्फ जलाने के काम आने वाली पराली के निवारण के लिए प्लांट लगाया है। इस प्लांट में वो पराली से कोयला बनाते हैं। वह कई महीनों से पराली का कोयला बना रहे हैं और अब तक 5 टन कोयला बनाकर सप्लाई भी कर चुके हैं। ये कोयला परम्परागत कोयला के मुकाबले काफी सस्ता पड़ता है। 

वह बस सरकार से यही मांग कर रहे हैं कि इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार सबसिडी प्रदान करे ताकि उन्हें भी कोयला बनाने में दिक्कत न हो। वो पूरे हरियाणा में पराली की समस्या को दूर कर सकते हैं, जिसकी वजह से हर साल पर्यावरण प्रदूषण की बड़ी समस्या खड़ी होती है। पराली जलाने के कारण अब किसानों पर केस भी दर्ज किये जाने लगे हैं। वह सरकार से मांग कर रहे हैं कि उनके प्रोजेक्ट को मंजूरी देकर पराली की समस्या को जड़ से समाप्त किया जाये। इससे न सिर्फ प्रदूषण खत्म होगा बल्कि किसानों की भी आमदनी बढ़ेगी। वह दिल्ली व चंडीगढ़ में सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं। अब तो उनके परिवार वालों ने भी उन्हें भविष्य में आर्थिक मदद देने से मना कर दिया है। 

एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वॉक्ल फार लोकल व मेक इन इंडिया अभियान को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं को अपना व्यवसाय खड़ा करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं वहीं सरकारी अधिकारी ऐसे युवाओं को मायूस करने का काम कर रहे हैं। पर्यावरण प्रदूषण आज के समय में सबसे बड़ी समस्या है और ऐसे में कोई इस समस्या का हल ढूंढकर लाता है तो सरकार को उसका साथ देना चाहिए।

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Isha