NSA अजित डोभाल बाेले- अगर पुलिस कानून लागू नहीं करा पाई तो लोकतंत्र विफल हो जाएगा

3/5/2020 3:12:40 PM

गुरूग्राम(मोहित): गुरूग्राम में वीरवार को दो दिवसीय युवा पुलिस अधीक्षक कांफ्रेंस शुरू हुई। इसका शुभारंभ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने किया। इस माैके पर उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बहाल रखना लोकतंत्र का सबसे पवित्र काम है। आप लोग इसे लागू करने वाले हैं। अगर आप ऐसा नहीं कर पाए तो लोकतंत्र विफल हो जाएगा। कानून की अच्छाई तब है जब इन्हें जमीनी स्तर पर लागू किया जाए। लोकतंत्र में यह बेहद अहम है कि आप कानून के प्रति पूरी तरह समर्पित रहें। आपको अपना काम सही ढ़ंग से करना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘ आपको पहले समस्याओं की पहचान करनी है, उसे परिभाषित करना है और उसके बाद इसके समाधान का रास्ता ढूंढ़ना है। यह सोचें कि इसमें तकनीक का इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है। बीट कॉन्स्टेबल को टेक्नोलॉजी गैजेट उपलब्ध कराए जाने चाहिए।’’

यह जरूरी की लोगों के बीच पुलिस का विश्वास बढ़े
उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए जरूरी है कि लोग पुलिस को विश्वसनीय समझे। पुलिस के लोगों के बीच अपने बारे में अच्छी धारणा बनाने में सक्षम हों। यह किया जाना चाहिए। इस धारणा से ही लोगों में विश्वास पैदा होता है, जिससे लोग मानसिक तौर पर वे ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं। ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरडी) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देश भर के पुलिस अधिकारी शामिल थे। 



दिल्ली हिंसा के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे थे
पिछले सप्ताह दिल्ली में हिंसा भड़की थी। इसमें 47 लोगों की मौत हुई थी और 200 से ज्यादा घायल हो गए थे। हिंसा के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल किए गए थे। इसे रोकने में नाकाम रहने को पुलिस की विफलता बताई गई थी। हिंसा के चार दिन बाद 26 फरवरी को एनएसए डोभाल हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे थे। उन्होंने दंगा पीड़तों से मुलाकात की थी। लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया था। 

दो दिन तक चलने वाली इस कांफ्रेंस में युवा अधीक्षकों को एक दूसरे से विचार सांझा करने का समय तो मिलेगा ही साथ कानून व्यवस्था को किस तरह से मजबूत किया जा सकता है उसके बारे में भी जानकारी मिला पाएगी। पहले दिन तीन सत्र किए गए, जबकि दूसरे यानी समापन के दिन दो सत्र होंगे। पहले दिन सभी सत्रों के दौरान देश में निवेश को लेकर बेहतर से बेहतर माहौल तैयार करने की जरूरतों, उद्यमियों को पुलिस सहयोग की आवश्यकता आदि पर चर्चा की गई। 

Edited By

vinod kumar