सेना की भर्ती में फर्जी डॉक्यूमेंट के साथ गिरफ्तार हुए हरियाणा के युवक, मास्टरमाइंड अब भी फरार

8/22/2019 2:54:19 PM

गुड़गांव: छत्तीसगढ़ में सीआईएसएफ (केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) की भर्ती में फिजिकल टेस्ट के दौरान फर्जी दस्तावेज मिलने पर अरेस्ट हुए हरियाणा के 27 युवकों के मामले में मास्टर माइंड धनसिंह की तलाश में हरियाणा, दिल्ली आदि स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। बुधवार को छत्तीसगढ़ पुलिस और फर्रुखनगर क्राइम ब्रांच की टीम शहीद भगत सिंह स्पोर्ट्स एकेडमी के संचालक राजेश को चरखी दादरी से गिरफ्तार कर गुड़गांव लाई। आरोप है कि पकड़े गए युवक भर्ती के लिए हेली मंडी में चल रही एकेडमी में एक्सरसाइज करने आते थे। इस एकेडमी से करीब 250 युवक जुड़े हुए हैं।



बता दें आरटीसी ग्राउंड उतेई छत्तीसगढ़ में आयोजित सीआईएसएफ के फिजिकल टेस्ट के दौरान गत 13 अगस्त को पकड़े गए 32 युवाओं के पास से फर्जी दास्तावेज मिले थे। छत्तीसगढ़ पुलिस का कहना है कि इस मामले का मास्टर माइंड धनसिंह है जो अभी तक फरार है। उम्मीद है जल्द ही वह भी पुलिस गिरफ्त में होगा। संचालक राजेश को पुलिस कार्रवाई के बाद गुरुवार को छत्तीसगढ़ पुलिस को सौंपा जाएगा।



मामले की जांच कर रहे छत्तीसगढ़ पुलिस के उत्तई पुलिस थाना इंचार्ज सब इंस्पेक्टर सतीश कुमार पुरिया ने बताया कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल छत्तीसगढ़ के फिजिकल टेस्ट परीक्षा में 32 परीक्षार्थियों के पास दुर्ग भिलाई छत्तीसगढ़ के फर्जी रिहायशी प्रमाण पत्र, आधार कार्ड सहित शैक्षणिक दस्तावेज भी छत्तीसगढ़ के मिले हैं। मैरिट लिस्ट में छूट का लाभ पाने के लालच में उन्होंने फर्जी दस्तावेज तैयार कराए थे। इनमें 27 युवक हरियाणा, दो राजस्थान व तीन उत्तरप्रदेश के शामिल हैं। वह कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षा में शामिल होने आए थे।



मामला उस समय सामने आया जब वास्तविक परीक्षार्थियों ने अपने स्थान पर दूसरे को बैठा कर लिखित परीक्षा पास की थी। लेकिन थम इंप्रेशन के दौरान आरोपी पकड़े गए। उनके फोटो व डाटा अभ्यार्थियों से मिसमैच होने के बाद उनका फर्जीवाड़ा सामने आया। पुरिया ने बताया कि इस मामले में पैसे लेकर फर्जी दास्तावेज बनवाने वाले भूपेंद्र व पूर्व सैनिक सतपाल सिंह भी हरियाणा का निवासी है। वह रुपए लेकर नौकरी लगाने का प्रलोभन का झांसा देकर युवकों को अपने मकड़जाल में फांसते थे।



मामले का मास्टर माइंड धनसिंह भी हरियाणा का रहने वाला है। जो हरियाणा के जिला गुड़गांव के हेली मंडी और जिला चरखी दादरी आदि स्थानों में एकेडमी चला कर युवाओं से मोटी रकम ऐंठकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी नौकरी दिलाने का काम करता है। वहीं इसी मामले में पकड़ा गया राजेश पुत्र उमेंद्र भी पूर्व सैनिक है। उन्हें उम्मीद है कि पुलिस रिमांड के बाद इस फर्जीवाड़े के अलावा अन्य भर्ती स्कैंडल सामने आ सकते हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक षडयंत्र रचने का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

Isha