कुछ ही दिन में अवैध निर्माण बन गया ‘वैध’

9/23/2015 11:45:33 PM

हिसार, (का.प्र.) : डीसी के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए बुधवार को महता नगर में एक गली में गिराए गए अवैध रैम्प को  फिर से बना दिया गया। शिकायतकर्ता  ने अवैध निर्माण की शिकायत एसपी को दी जिसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर 2  बार तो निर्माण कार्य रूकवा भी दिया, मगर उसके बाद अवैध निर्माण कार्य फिर शुरू कर दिया गया। शिकायतकर्ता ने प्रशासन द्वारा तोड़े गए निर्माण कार्य बनाने पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। 

गौरतलब है कि महता नगर निवासी राकेश की शिकायत पर महता नगर की 1 गली में निगम प्रशासन ने बीती 28 जुलाई को कुछ घरों के आगे बने अवैध रैम्प गिराए थे। शिकायतकत्र्ता का कहना था कि उसने पड़ोस में रहने वाली 1 महिला के अवैध रैम्प, चबूतरे और छज्जे की शिकायत आरटीआई से जुटाई शिकायत में पूरे सबूतों के साथ सीएम विंडो में 27 जनवरी 2015 को दी थी। नगर निगम प्रशासन के ढुलमुल रवैये के बाद सीएम विंडो की मॉनीटरिंग करने वाले चंडीगढ़ के अधिकारियों ने हिसार के सीटीएम से एक के बाद 12 स्पष्टीकरण मांगने के बाद फिर फाइनल एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) मांग ली है। 
चंडीगढ़ मुख्यालय ने लिया संज्ञान, सीटीएम से मांगी रिपोर्ट
शिकायतकर्ता राकेश ने आरोप लगाया कि नगर निगम के 1 अधिकारी की अवैध निर्माण कार्य करने वालों से मिलीभगत है। उसका कहना है कि निगम प्रशासन ने सीएम विंडो की मानीटरिंग करने वाले अधिकारियों को गुमराह करते हुए सीएम विंडो की शिकायत पर निगम प्रशासन के 1 अधिकारी ने 19 सितम्बर को शिकायत को पूरे हिसार से जोड़ते हुए लिखा कि शहर की लगभग हर गली में अवैध रैम्प और चबूतरों का निर्माण किया हुआ है। राकेश की शिकायत पर निगम प्रशासन कोई कार्रवाई  करता है तो शहर की शांति व्यवस्था खराब हो सकती है। इसलिए केस को फाइल किया जाए। राकेश का कहना है कि उनकी शिकायत अपने पड़ोस में रहने वाली कलावती अवैध निर्माण के खिलाफ है ऐसे में अधिकारी उनकी शिकायत को पूरे शहर से जोडक़र उच्चस्थ अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक रहे हैंं।
 
रिपोर्ट मंगाई
निगम अधिकारी के जवाब से असंतुष्टता जताते हुए सीएम विंडो की मॉनीटरिंग करने वाले अधिकारियों ने 21 सितम्बर को फिर सीटीएम से कार्रवाई कर अंतिम रिपोर्ट मांग ली है। 
अतिक्रमण दोबारा तोड़ा जाएगा : अरविंद
नगर निगम के ईओ अरविंद बिश्नोई का कहना है कि निगम द्वारा कोई अतिक्रमण अगर उसकी जगह पर दोबारा हो गया है तो प्रशासन उसे दोबारा तोड़ेगा। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन इस बारे में नियमानुसार कार्रवाई करेगा।