दुष्यंत चौटाला के सवाल पर अधिकारी बगलें झांकने लगे

10/2/2015 11:33:14 PM

हिसार,  (का.प्र.) : पानीपत की पांच यूनिट पिछले काफी समय से बंद पड़ी हैं, खेदड़ की यूनिट भी अक्सर बंद रहती हैं और प्रदेश में बिजली आपूर्ति के लिए गुजरात से बिजली खरीदी जा रही है। कोयला कहीं खर्च नहीं हो रहा है और जो थोड़ा बहुत हो रहा है तो उसके दामों में वृद्धि नहीं हुई है तो फिर निगम जनता से फ्यूल सरचार्च के नाम करोड़ों रूपये की उगाही क्यों कर रहा है। यह सवाल जब आज सांसद दुष्यंत चौटाला ने निगम अधिकारियों से पूछा वे माकूल जवाब न दे पाए।

 सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जनता पर बिना मतलब से सरचार्ज के रूप में करोड़ों रूपया न थोपा जाए। बिलों में निगम की गलती से जो जो बिलों की दरों में बढ़ेातरी हुई है उन्हें तुरंत दुरुस्त किया जाए और स्लैब हटाने के नाम पर जो बिल बढ़ाए गए हैं, उन्हें रेलगुलेटरी कमीशन में जाकर ठीक करवाया जाए। 
बैठक में जिला उपायुक्त चंद्रशेखर खरे, अतिरिक्ति उपायुक्त विजय कुमार, विधायक रणबीर प्रजापति, विधायक वेद नारंग, विधायक अनूप धानक, बिजली निगम के अधीक्षक अभियंता डीएल हंसु, कार्यकारी अभियंता एसके सिंह, भगत सिंह मार्केट के प्रधान रवि आहुजा, व्यापारी नेता तरूण जैन, विपिन गोयल, नागोरी गेट मार्के ट प्रधान मंगल ढालिया, इंद्रा मार्केट के पूर्व प्रधान सुभाष नागपाल, ओमप्रकाश पहुजा, विजय वरमानी, आर्य बाजार से संजय गांधी, न्यू राजगुरू मार्केट से राजेश चोपड़ा आदि  उपस्थित थे। सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नगरवासियों में निगम के अधिकारियों के बिल बढ़ाने के फैसलों को लेकर भारी रोष है। उन्होंने कहा कि फ्यूल रिजार्च के रूप में की जा रही वसूली न केवल गलत है इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहि। 
कार्यों में देरी पर जताई नाराजगी
सांसद निधि के कार्यों में देरी पर सांसद चौटाला ने अधिकारियों से सवाल जवाब किए और कहा कि काम न होने पर जनता को जवाब देना पड़ता है जबकि कार्यों के लिए ग्रांट दी जा चुकी है उसके बावजूद काम शुरू नहीं हो रहा है। सांसद दुष्यंत ने आज यहां लघु सचिवालय परिसर स्थित बैठक कक्ष में विजिलेंस  एंड मानीटरिंग कमेटी की बैठक में अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे थे। बैठक के दौरान कार्यों में हो रही देरी पर सांसद ने अपनी नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों से पूछा, कि ग्रांट जारी होने के बावजूद पैसा खर्च होने में कहां पर दिक्कत आ रही है। वैसे बैठक में पी.डब्ल्यू.डी. और सिंचाई विभाग से कोई अधिकारी नहीं आने पर भी नाराजगी जताई गई।
बैठक में नलवा के विधायक रणबीर गंगवा, बरवाला के विधायक वेद नारंग, उकलाना के विधायक अनूप धानक के अलावा उपायुक्त चंद्रशेखर खरे,  एडीसी विजय कुमार, बिजली निगम के एसई डी.एल.हंसू, समाज कल्याण अधिकारी डा. डी.एस. सैनी सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।