हरियाणा के बजाय UP में नए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को सरकार ने दी मंजूरी:सुजेवाला

6/26/2017 9:49:30 AM

हिसार (संजय अरोड़ा):केंद्र सरकार ने हरियाणा की अनदेखी करके जेवर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को मंजूरी देकर प्रदेश की जनता से धोखा किया है। यह बात अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुजेवाला ने कही। केंद्र सरकार के एयरपोर्ट के फैसले पर आपत्ति जताते हुए सुजेवाला ने कहा कि सच्चाई यह है कि कांग्रेस की यू.पी.ए. सरकार के समय में वर्ष 2013-14 में हरियाणा के महम के पास इस प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को सैद्धांतिक मंजूरी लगभग मिल गई थी, लेकिन मनोहर सरकार प्रदेश के हितों की सुरक्षा करने में विफल रही है और हरियाणा में महम, झज्जर या करनाल में प्रस्तावित एयरपोर्ट पश्चिम उत्तर प्रदेश के जेवर में मंजूर कर दिया जो हरियाणा के हकों का सीधा हनन है। सुजेवाला ने कहा कि हरियाणा में अभी तक एक भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट नहीं है, जहां से वाणिज्यिक उड़ानें प्रतिदिन उड़ती हों। 

हरियाणा की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने प्रयास करते हुए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए महम, झज्जर और करनाल आदि स्थान सुझाए थे, जहां केंद्र सरकार ने विशेषज्ञों का दल भेजकर सर्वे भी करवाया था। केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने महम में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को स्थापित करने के लिए अपनी सैद्धांतिक मंजूरी का फैसला कर लिया था। इसी बीच केंद्र में भाजपा सरकार आ गई और उसने इस प्रक्रिया को ठंडे बस्ते में डाल दिया। 3 साल बाद उत्तर प्रदेश में नई भाजपा सरकार बनने के बाद इसे जेवर को देकर हरियाणा के हितों की बलि चढ़ा दी गई। 

मुख्यमंत्री केंद्र के समक्ष प्रभावी ढंग से उठाए मुद्दा
सुजेवाला ने कहा कि चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में भी पंजाब के बराबर हिस्सा होने के बावजूद हरियाणा सरकार व केंद्र सरकार अभी तक चंडीगढ़ एयरपोर्ट से चंडीगढ़ का सीधा रास्ता भी नहीं दिलवा पाई है। हरियाणा के प्रस्ताव के बावजूद भाजपा सरकारों ने चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट , चंडीगढ़ रखने से इन्कार कर दिया है। सुजेवाला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से नए उद्योग धंधे पनपते, हजारों को रोजगार मिलता, प्रदेश की आय होती। प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय नक्शे पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाता, परंतु हरियाणा सरकार के दोगले चेहरे के चलते यह बड़ा अवसर हमारे हाथ से निकल गया। उन्होंने मांग की कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के मामले में हरियाणा का पक्ष बहुत मजबूत है और मुख्यमंत्री को पहल करते हुए केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री के समक्ष इस मुद्दे को पुरजोर ढंग से उठाना चाहिए।