हरियाणा में कांग्रेसियों के हौसले बुलंद, मगर भाजपा भी निराश नहीं

12/13/2018 11:31:21 AM

हिसार(संजय अरोड़ा): हरियाणा के पड़ोसी प्रांत राजस्थान के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद जहां राजस्थान में 5 वर्ष के बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई है तो वहीं इस जीत का असर हरियाणा में भी देखने को मिल रहा है। हालांकि राजस्थान में कांग्रेस की जितनी बड़ी जीत के कयास कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ राजनीतिक पर्यवेक्षक भी लगा रहे थे, उतनी बड़ी जीत कांग्रेस को हासिल नहीं हुई है और सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भाजपा ने कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी है। मगर राजस्थान में कांग्रेस की जीत से राजस्थान के साथ-साथ हरियाणा के कांग्रेसजनों के भी चेहरे खिल उठे हैं।

इस जीत के बाद हरियाणा के कांग्रेस नेताओं को भी लगने लगा है कि अब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इसका असर हरियाणा पर भी पड़ेगा और अगले वर्ष होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस हरित प्रदेश में कमबैक कर सकती है। बेशक इस जीत ने हरियाणा की कांग्रेसियों के हौसले बुलंद किए हैं, मगर राजस्थान में हार के बावजूद भी हरियाणा की सत्ताधारी पार्टी भाजपा के नेताओं में कोई अधिक निराशा नहीं है।

हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि हरियाणा में जिस तरह से भाजपा सरकार ने 4 वर्षों के दौरान जनहित के काम किए हैं उससे भाजपा फिर से प्रदेश में सत्तारूढ़ हो सकती है। इन नेताओं का यह मानना भी है कि पार्टी को फिर से सत्ता में आने के लिए न केवल सजग रहना होगा, बल्कि अगले 8 महीनों में पार्टी की मजबूती के लिए पूरी ताकत भी लगानी होगी। वहीं, दूसरी ओर राजस्थान के साथ-साथ मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रभावी प्रदर्शन से उत्साहित हरियाणा के कांग्रेस नेताओं का कहना है कि देश में बदलाव का दौर शुरू हो गया है और इन चुनावों से बदलाव की नींव रखी जा चुकी है और निश्चित तौर पर देश व प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले चुनाव में कांग्रेस सत्ता में वापसी करेगी। कुल मिलाकर राजस्थान के चुनाव परिणामों से जहां हरियाणा कांग्रेस में उत्साह का माहौल है तो वहीं प्रदेश भाजपा खेमे में भी हार के बावजूद भी कोई अधिक निराशा नहीं है।

Deepak Paul