ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर 116 चालकों के ड्राइविंग लाइसैंस सस्पैंड

11/16/2019 4:06:37 PM

हिसार (रमनदीप): ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर ड्राइविंग करने वालों की अब खैर नहीं है। जुर्माने के तौर पर भारी जुर्माने के अलावा ऐसे ड्राईवरों से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने उनके लाइसैंस सस्पैंड करने भी कैंसिल कर दिए हैं। ट्रैफिक पुलिस ने अब तक 116 चालकों के ड्राइविंग लाइसैंस सस्पैंड किए हैं। नियमों के तहत सस्पैंड किए गए लाइसैंस अगले 3 महीने तक अवैध माने जाएंगे। अगर इस दौरान भी चालक दोबारा ड्राईविंग करता हुआ पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ बिना लाइसैंस वाहन चलाने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ट्रैफिक थाना प्रभारी इंस्पैक्टर शमशेर सिंह के अनुसार चालकों को पहले इस बारे में जागरुक किया गया है, अब भी जो लोग खतरनाक ड्राइविंग कर रहे हैं उनके लाइसैंस सस्पैंड किए जा रहे हैं।

इस साल हादसों में मारे गए 139 लोग, 422 घायल
इस वर्ष के अभी तक के आंकड़ों के अनुसार अब तक जिले में 385 सड़क हादसे हुए हैं जिनमें 139 लोगों की जान गई है। इसके अलावा इन हादसों में 422 लोग घायल हुए हैं। हालांकि इस साल सड़क हादसों में कुछ कमी है लेकिन तमाम दावों के बावजूद इन हादसों के कारण 139 लोगों की असमय मौत एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है। पिछले 3 सालों में सड़क हादसों में 606 लोग मारे गए हैं।

चुनावी सीजन में कम हुई चालान की रफ्तार, दोबारा सक्रिय हुई पुलिस
केंद्र सरकार की तरफ से सड़क सुरक्षा कानून में 1 सितम्बर को परिवर्तन किया गया था। नियमों में जुर्माने की राशि को 10 गुणा तक बढ़ाया गया था। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने कुछ दिनों तक भारी जुर्माने के तहत चालान किए थे। चुनावी सीजन में चालान के कारण मचे बवाल के कारण इनको कुछ दिनों तक बंद कर दिया गया। नए नियम लागू होने से पहले जहां अगस्त में पुलिस ने 4323 चालान किए हैं वहीं सितम्बर में सिर्फ 394 व अक्तूबर में सिर्फ 218 की चालान किए हैं। चुनाव खत्म होने के बाद पुलिस फिर से सक्रिय हो गई है।

रोडवेज ने बसों से हटवाएं तेज आवाज करने वाले प्रैशर होर्न
ट्रैफिक नियमों को देखते हुए रोडवेज प्रशासन ने भी नियम पूरे करने शुरू कर दिए हैं। रोडवेज प्रशासन ने बसों पर लगे प्रेशन होर्न को उतारवने का आदेश जारी कर दिया है वहीं सभी बसों में सीट बैल्ट को लगाना अनिवार्य कर दिया है। इसके अलावा सभी रोडवेज चालक व परिचालकों को ड्रैस कोड में ही बस चलाने की कहा गया है।

Isha