खेत-खलिहान सुरक्षा रामभरोसे

punjabkesari.in Friday, Apr 26, 2019 - 12:03 PM (IST)

हिसार(रमनदीप): विभाग के तमाम दावों के बावजूद लगातार किसानों की मेहनत से पककर तैयार हुई फसलें राख में बदल रही हैं। बीते 2 दिनों में जिले मेें फसल में आग लगने के 8 मामले सामने आए हैं जिनमें 20 से ज्यादा एकड़ की फसल जलकर राख हो गई। इस बारे में विभाग को आगाह करने के बाद भी फसलें जलना बड़ी लापरवाही है। दूसरी तरफ जिन किसानों की फसलें जली हैं उनसे विभाग चार्ज वसूलने की तैयारी भी कर रहा है। 

उकलाना में हादसे का पंजाब केसरी ने जताया था अंदेशा
उकलाना को हिसार का गेहूं का कटोरा कहा जाता है। जिले में सबसे ज्यादा गेहूं की खेती इसी एरिया में होती है। उसके बावजूद यहां पर दमकल केंद्र का नहीं होना बड़ी लापरवाही है। इस बारे में पंजाब केसरी ने मंगलवार को ही अंदेशा जताया था कि यहां पर कोई बड़ा हादसा हो सकता है। अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया और बुधवार को किसानों की 10 एकड़ की फसल जलकर राख हो गई। दमकल की कोई गाड़ी उपलब्ध नहीं होने के कारण आग ज्यादा बड़े एरिया में फैल गई जिसके बाद किसानों को खुद की आग बुझाने के प्रबंध करने पड़े। 

2 दिन में 8 जगह लगी आग, 20 एकड़ फसल राख
पिछले दो दिनों में जिले में 8 जगह आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं में करीबन 20 एकड़ की फसलें जलकर राख हो गई। इन घटनाओं में सबसे ज्यादा नुक्सान उकलाना के बिठमड़ा में हुआ है जहां पर करीबन 10 एकड़ की फसल जल गई। इसके अलावा पीरांवाली, न्योली कलां, ढंढूर, हांसी, नारनोंद, आदमपुर एरिया में आग से फसलें जलने पर किसानों को भारी नुक्सान हुआ है।

फसल बीमा योजना में शामिल नहीं आग से हुआ नुक्सान
खेत में आग लगने से होने वाले नुक्सान को फसल बीमा योजना के तहत कवर नहीं किया जाता है। नियमों के अनुसार फसल बीमा में सिर्फ प्राकृतिक तौर पर होने वाले नुक्सान को ही शामिल किया गया है। आग लगने की घटना को कंपनियां प्राकृतिक घटना नहीं मानती हैं इस कारण से आग से नुक्सान होने पर किसान को नुक्सान की भरपाई नहीं हो पाती है। 

ग्रामीण एरिया में लिया जाता है 500 रुपए प्रति घंटा का चार्ज
हिसार मार्किट कमेटी का फॅायर स्टेशन पिछले एक साल से बंद है। यहां पर जो गाड़ी व कर्मचारी थे उनको दमकल विभाग में भेज दिया गया। मार्किट कमेटी का फॉयर स्टेशन बंद होने के बाद ग्रामीण एरिया में आग लगने की घटना होने पर दमकल विभाग की गाडिय़ा भेजी जाती हैं। निगम की सीमा तक इनका चार्ज नहीं होता लेकिन ग्रामीण एरिया में आग बुझाने जाने पर इन गाडिय़ों का प्रति घंटे के हिसाब से 500 रूपए चार्ज लिया जाता है। गाड़ी का चार्ज स्टेशन से शुरू होते ही चालू हो जाता है। जिन ग्रामीण एरिया में विभाग ने गाडिय़ां भेजी थी उनको बिल भेजना भी विभाग ने शुरू कर दिया है।
 


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