पंचकूला सिविल अस्पताल का NQAC के लिए चयन, पढ़े पूरी खबर (Pics)

6/19/2016 4:26:08 PM

पंचकूला(उमंग श्योराण): केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा पंचकूला के नागरिक अस्पताल का ‘राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाणपत्र’ (एनक्यूएसी) के लिए चयन किया गया है। ऐसा सम्मान प्राप्त करने वाला उक्त अस्पताल देश का पहला अस्पताल बन गया है।

 

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत अस्पताल को 3 वर्षों तक 5 हजार रुपए प्रति बैड की दर पर पुरस्कार राशि प्राप्त होती रहेगी। पंचकूला का नागरिक अस्पताल 300 बिस्तरों का अस्पताल है, इसलिए इस अस्पताल को वार्षिक 15 लाख रुपए तथा आगामी 3 वर्षों में 45 लाख रुपए की पुरस्कार राशि प्राप्त होगी। इससे अस्पताल में और अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकेंगी। एनक्यूएसी की टीम द्वारा आगामी वर्षों तक भी अस्पताल की सुविधाओं तथा मरीजों की देखभाल सहित अन्य मानकों के लिए लगातार मॉनिटर की जाएगी।

 

​स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस संबंध में पंचकूला के नागरिक अस्पताल की गुणवत्ता की जांच करने के लिए एनक्यूएसी की राष्ट्रीय टीम ने 28 से 30 जनवरी, 2016 तक अस्पताल का दौरा किया था। टीम के सदस्यों ने अस्पताल में उपचार की गुणवत्ता प्रबन्धन, सफाई व्यवस्था, रखरखाव, अन्तरंग एवं बाह्य मरीजों की देखभाल व  सुविधाओं तथा विभिन्न विभागों के परिणामों की जांच की गई थी। 

    

​​विज ने बताया कि टीम द्वारा जांच किए गए उक्त मानकों पर अस्पताल की ग्रेडिंग की गई, जिसमें अस्पताल ने कुल 83 फीसदी अंक प्राप्त कर देश में अव्वल रहते हुए यह सम्मान हासिल किया। इसके अलावा अस्पताल के 18 विभागों की स्वास्थ्य सुविधाओं को 70 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल हुए तथा अस्पताल को आर.एम.एन.सी.एच. सेवाएं व ए-2 मानक के तहत सुविधाओं की उपलब्धता में 97 प्रतिशत, मानक बी-5 में 78 प्रतिशत व मानक डी-10 में 84 फीसदी अंक प्राप्त हुए हैं। अस्पताल ने गुणवत्ता प्रबन्धन में 64 प्रतिशत तथा विभागों की उपचारात्मक परिणामों को 66 प्रतिशत अंक प्राप्त करने में सफलता हासिल की है।

 

विज ने बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य तंत्र को चुस्त-दुरूस्त बनाने के लिए विभाग कोई कमी नही छोड़ेगा। सरकार ने जनकल्याण को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के 84 अस्पतालों को एन.ए.बी.एच. से मान्यता प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनमें विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएगी। इस सूची में सभी जिलों के 4-4 अस्पतालों को शामिल किया गया है ताकि प्रदेश में समान विकास हो सके।