हरियाणवी सिनेमा को मिली संजीवनी: शर्मा

8/31/2016 3:57:50 PM

हिसार: रंगमंच की दुनिया में पसीना बहाने के बाद सिल्वर स्क्रीन पर अपने चेहरे की ‘चमक’ दिखा चुके अभिनेता यशपाल शर्मा इन दिनों हरियाणा की गलियों में घूम रहे हैं। वे असल में अपनी हरियाणवी फिल्म सतरंगी के लिए यहां आए हुए हैं लेकिन हरियाणा सिनेमा को दोबारा ‘जिंदा’ होते देख यशपाल भी इस बात को मान रहे हैं कि इस सिनेमा को नई संजीवनी मिल गई है।

 

अभिनेता यशपाल शर्मा अपनी फिल्म ‘सतरंगी’ के प्रदर्शन के बाद पहली बार पंजाब केसरी से एक्सक्लूसिव बातचीत कर रहे थे। इस बातचीत के दरिमयां उन्होंने न केवल अपने अनुभवों को सांझा किया बल्कि हरियाणावीं सिनेमा को लेकर तैयार की गई अपनी रणनीतियों का भी खुलासा किया। 

 

गौरतलब है कि मूलरूप से हिसार के रहने वाले यशपाल शर्मा पिछले कई सालों से सिल्वर स्क्रीन यानी बॉलीवुड में एक से एक दमदार किरदार करने पर अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं। यशपाल शर्मा ने करीब 90 फिल्मों में काम किया है जिनमें हिंदी, पंजाबी व हरियाणावीं सहित अन्य भाषाओं की फिल्में शामिल हैं। 

 

यशपाल शर्मा इनदिनों हरियाणा में इसलिए सुर्खियों में आएं हुए हैं क्योंकि बैक टु बैक उन्होंने अपनी 2 कामयाब फिल्में हरियाणा सिनेमा को दी है। राजीव भाटिया द्वारा तैयार की गई फिल्म ‘पगड़ी द ऑनर’ से इस प्रादेशिक फिल्मों की शुरूआत करने वाले यशपाल शर्मा की अब दूसरी फिल्म ‘सतरंगी’ भी हरियाणवी सिनेमाओं में छाई हुई है। अपने फिल्मी सफर के बारे में खुलकर चर्चा करते हुए हरियाणवी फिल्मों के इतिहास और भावी योजनाओं के बारे में पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए यशपाल शर्मा ने कहा कि हरियाणवी सिनेमा लगभग पर्दे से गायब हो चुका था। मगर फिल्म ‘पगड़ी द ऑनर’ ने इस सोए हुए फिल्मी जगत को जगाया तो अब दूसरी हरियाणवी फिल्म ‘सतरंगी’ भी यहां के सिनेमा जगत के लिए संजीवनी साबित हो रही है।