10 रुपए के सिक्के ने बढ़ाई लोगों की परेशानी, टोल प्लाजा पर घंटो लगा जाम

12/3/2017 11:44:06 AM

हिसार(सर्वेश):सिरसा रोड पर चिकनवास टोल प्लाजा को गतदिवस को रोडवेज कर्मचारियों ने जाम कर दिया। वे टोल कर्मियों द्वारा 10 रुपए के सिक्के लेने से इन्कार करने पर बिफरे थे। करीब पौने घंटे तक रहे जाम के दौरान सैंकड़ों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जानकारी अनुसार गतदिवस को रोहतक डिपो की बस सिरसा से रोहतक की ओर आ रही थी। अग्रोहा से हिसार के बीच स्थित चिकनवास टोल प्लाजा पर चालक ने दोनों ओर का टोल चुकाने के लिए 500 रुपए का नोट तथा 10-10 रुपए के 4 सिक्के तथा 5 का एक सिक्का टोल कर्मी को थमाया। 440 रुपए का टोल चुकाने के लिए उसने 545 रुपए दे दिए ताकि टोल चालक 100 रुपए का नोट उसे वापस लौटा दे। इस पर टोल प्लाजा बूथ पर बैठे कर्मचारी ने 10-10 रुपए के सिक्के लेने से इन्कार कर दिया।

उसकी इस बात पर रोडवेज कर्मचारी भड़क गया तथा उसने टोल कर्मी पर उसकी बात मानने के लिए दबाव बनाया। दोनों के बीच गहमागहमी शुरू हो गई तथा स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसी बीच मौके पर रोडवेज की कई बसें एकत्र हो गईं तथा सभी ने बसों को टोल प्लाजा पर आड़ी-तिरछी खड़ा कर जाम लगा दिया। रोडवेज यूनियन के नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि टोल कर्मी ने चालक से बदतमीजी करते हुए चालक का गला पकड़ लिया था। आरोप जड़ा कि चालक ने विरोध किया तो टोलकर्मी ने उसे थप्पड़ जड़ दिया।

इसके बाद रोडवेज बस का चालक बस से नीचे उतर आया। चालक के नीचे आने के साथ ही टोल पर तैनात प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी के सुरक्षाकर्मी भी मौके पर आ गए। रोडवेज कर्मियों ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मी ने अपनी पिस्तौल दिखाते हुए जान से मारने की धमकी दे डाली जिसके बाद रोडवेज कर्मियों का गुस्सा भड़क गया तथा जाम लगाकर अन्य वाहनों को भी वहां से नहीं गुजरने दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन रोडवेज कर्मचारी टोलकर्मी से माफी मंगवाने की मांग पर अड़ गए। हंगामा होने के बाद टोलकर्मी मौके से खेतों की ओर भाग गया।

बिना माफी के खोला जाम
दोनों पक्षों में तकाजे के बीच सिरसा-दिल्ली नैशनल हाईवे पर करीब पौने घंटे तक जाम लगा रहा। अग्रोहा पुुलिस टीम ने जाम खोलने के लिए बातचीत की। पुलिस कर्मियों ने रोडवेज कर्मियों से कहा कि वे लिखित में शिकायत दर्ज करवाएं जिसके बाद कार्रवाई कर दी जाएगी। इस पर राडवेज कर्मियों ने जाम खोल दिया।

दोनों पक्ष नहीं रखना चाहते सिक्के 
दोनों ही पक्ष 10 रुपए के सिक्के नहीं रखना चाहते थे। दरअसल पूर्व में नकली सिक्कों का मामला सामने आने के बाद यात्री भी यह सिक्के लेने से परहेज करते हैं। इसके अलावा सिक्के काफी संख्या में एकत्र होने पर बस कंडक्टर उनका भार महसूस करते हैं। यहीं वजह थी कि वे इन सिक्कों को यहां टोल प्लाजा पर खपाना चाहते थे।