सिखों ने दिखाए तेवर तो बैकफुट पर आई पुलिस

8/19/2018 11:18:49 AM

हिसार(पंकेस): दिल्ली रोड पर मिड टाऊन ग्रैंड परिसर स्थित मस्टर्ड होटल से खाना खाकर बाहर आ रहे सिख परिवार व वहीं से निकल रहे 4 युवकों के बीच हुई मारपीट में पुलिस अब बैकफुट पर आ गई है। घायल युवक के बयान पर सिख परिवार के लोगों पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज करने वाली पुलिस ने अब सिख संगठनों को आई.पी.सी. की धारा-307 पर पुनॢवचार करने का भरोसा दिया है।

इतना ही नहीं 2 दिन बाद पुलिस ने सिख महिला की शिकायत पर आकाश, कुलदीप व 2 अन्य के खिलाफ छेड़छाड़, धार्मिक भावनाओं को आहत करने व मारपीट का केस दर्ज किया है। इसी के साथ एक बार फिर से सिविल लाइन थाना पुलिस की कार्यप्रणाली की कलई खुल गई है। चूंकी महिलाओं से बदसलूकी करने के आरोपियों में वकील का पुत्र भी है लिहाजा वकीलों ने भी एक बैठक कर बयान जारी किया कि अगर इस मामले को धार्मिक तूल दिया गया तो वे कोई कठोर निर्णय लेने को मजबूर हो जाएंगे।
इस मामले को लेकर शनिवार को यहां नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारे में हुई बैठक में सिख समाज के काफी लोगों ने हिस्सा लिया।
 

 इनमें कालांवाली से अकाली विधायक बलकौर सिंह, हरियाणा शिरोमणि गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान जगजीत सिंह झींडा, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की सदस्य अमरजीत कौर, बलदेव सिंह खालसा, प्रबंधक सरदार परमजीत सिंह और दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के सदस्यों के अलावा गुलजार सिंह काहलो, गौतम सरदाना, गोल्डी व सुखसागर सिंह सहित शहर की विभिन्न संस्थाओं के सदस्य और गण्यमान्य व्यक्ति शामिल थे।वक्ताओं ने कहा कि 2 दिन पूर्व सिख परिवार की महिलाओं से दुव्र्यवहार करने, परिवार से मारपीट करने, गर्भवती महिला व बुजुर्ग सिख से मारपीट करने के अलावा धार्मिक चिन्ह का अपराध करने तथा पीड़ित परिवार पर ही हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किए जाने की सिख समाज कड़ी ङ्क्षनदा करता है।

थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग
वक्ताओं ने सिविल लाइन थाना प्रभारी संदीप पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रभारी ने पीड़ितों पर ही केस दर्ज कर अपनी मानसिकता को सार्वजनिक कर दिया है। कहा कि वे महिलाओं से छेड़छाड़ करने के आरोपियों से मिले हुए हैं। उन्होंने थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की। न्याय न मिलने की हालत में सिख समुदाय ने किसी भी हद तक संघर्ष करने की चेतावनी दी है।

कानूनी व सामाजिक मदद का लिया संकल्प
बैठक में शामिल संस्थाओं ने पीड़ित परिवार की हर तरह से कानूनी और सामाजिक रूप से सहायता करने का संकल्प किया। श्री गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रधान सरदार रमिंदर सिंह शंटी ने कहा कि समाज हर वक्त पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। बैठक में पीड़ित परिवार की महिला ने पूरी घटना का विवरण दिया कि किस प्रकार युवकों ने उनसे दुव्र्यवहार किया और उनके धार्मिक चिन्हों का अपमान किया। उन्होंने इस मामले में मैडीकल जांच पर भी सवाल उठाए जिसमें युवकों को शराब पीये हुए नहीं बताया है। सिख समाज की संस्थाओं ने पीड़ित परिवार की सहायता करने, उन्हें कानूनी सहयोग करने के लिए 11 सदस्य समिति गठित करने, मुख्यमंत्री से मिलने और इंसाफ मिलने तक कानूनी लड़ाई लडऩे का फैसला किया।

 एस.पी. से की मुलाकात
नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारा में बैठक के बाद सिख समुदाय के गण्यमान्य व्यक्तियों ने पुलिस अधीक्षक शिवचरण से मुलाकात की और इस मामले में सिविल लाइन थाना प्रभारी की भूमिका पर रोष जताया। उन्होंने पीड़ित परिवार पर ही केस दर्ज करने वाले एस.एच.ओ. को बर्खास्त करने व झूठा केस रद्द करने की मांग की। पुलिस अधीक्षक ने सिख समुदाय को बताया कि मामले की जांच के लिए डी.एस.पी. की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। इसमें सिख समुदाय के व्यक्ति भी शामिल होंगे और मामले की निष्पक्ष जांच होगी ताकि किसी से अन्याय न हो।

Deepak Paul