11 गांवों के लोगों ने मनाया काला दिवस

punjabkesari.in Saturday, Jul 20, 2019 - 10:54 AM (IST)

नरवाना, 19 जुलाई (राजीव): धरोदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोडऩे की मांग को लेकर धरोदी गांव में चल रहे धरने को शुक्रवार को पूरा एक महीना हो गया। पिछले 30 दिनों से धरोदी में धरना दे रहे 11 गांवों के ग्रामीणों ने शुक्रवार को धरोदी माइनर को भाखड़ा से जोडऩे की मांग पूरी न होने पर काला दिवस मनाया।  महिलाओं ने सिर पर काली चुनरी व पुरुषों ने काली पगड़ी बांध कर सरकार के खिलाफ  नारेबाजी की। शुक्रवार को 18 महिलाओं ने क्रमिक भूख हड़ताल की जिनमें किताबो देवी, रोशनी देवी, ओमपति, विमला देवी, रजवंती देवी, शीला देवी, राजबाला, शांति देवी, शकुंतला, मुकेश देवी, संतरो देवी, ओमपति, शांति देवी, होशियारी देवी, चंद्रपति, सुमित्रा देवी, रोशनी देवी व रजिया देवी के नाम शामिल थे। 

शुक्रवार को धरने की अध्यक्षता कर्मगढ़ गांव के प्रहलाद सिंह, पालारामव जीत ने की। उल्लेखनीय है कि धरोदी माइनर से जुड़े 11 गांवों के लोगों की लंबे अरसे से एक ही मांग है कि धरोदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोड़ा जाए। इन गांवों में भूमिगत जल खराब है जिस कारण इस पानी के प्रयोग से कैंसर व काला पीलिया जैसी भंयकर बीमारियों की चपेट में आकर अनेक ग्रामीण अपनी जान गंवा चुके हैं।  ग्रामीण अमित नैन ने बताया कि 11 गांवों के लोग पानी की मांग को लेकर 20 जून से धरोदी गांव में धरने पर बैठे हैं। मांग पूरी करना तो दूर की बात आज तक सरकार का कोई मंत्री व अधिकारी उन्हेंमिलने तक नहीं पहुंचा।  अपनी मांग को लेकर ग्रामीण मटका फ ोड़ प्रदर्शन, अर्ध नग्न प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप चुके हैं। लोगों ने मुंडन करवा कर व मिट्टी स्नान कर अपना रोष व्यक्त किया। 

उसके बाद भी नेताओं व अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी है। मजबूरीवश ग्रामीण महिलाएं व पुरुष क्रमिक भूख हड़ताल के बाद राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग कर चुके हैं। ग्रामीणों ने पर कहा कि वे नारकीय जीवन से तंग आ चुके हैं या तो सरकार उन्हें इच्छा मृत्यु की मंजूरी दे या फि र पानी। इस मौके पर रामपाल नैन, जयवीर नैन, प्रवीण, अमित, चंद्रपाल, रंगीराम प्रधान, सत्यवान दनौदा, यशपाल व राममेहर सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे। 


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Isha

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