चीफ इंजीनियर के सामने फूटा लोगों का गुस्सा

7/31/2019 10:51:50 AM

जींद (ब्यूरो): शहरी स्थानीय विकास विभाग के मुख्यालय से मंगलवार को जींद पहुंचे चीफ इंजीनियर ओ.पी. गोयल के सामने शहर के विद्यापीठ मार्ग के दुकानदारों और मकान मालिकों का गुस्सा फूटने के साथ-साथ उनके दिल का दर्द भी छलक आया।  लोगों ने चीफ इंजीनियर को पूरे विद्यापीठ का निरीक्षण करने के लिए मजबूर कर दिया। चीफ इंजीनियर ने देखा कि विद्यापीठ मार्ग के निर्माण कार्य में किस तरह मनमानी और गड़बड़ी हो रही है। बाद में गोयल ने कहा कि जल्द विद्यापीठ मार्ग का निर्माण कार्य शुरू करवाकर इसे जल्द पूरा करवाया जाएगा। विद्यापीठ मार्ग का निर्माण कार्य डेढ़ साल पहले शुरू हुआ था। सड़क के निर्माण के नाम पर सड़क को उखाड़कर और इस पर रोड़ा बिछाकर छोड़ दिया गया है। हालत यह है कि यहां से कार और दूसरे वाहन की बात तो दूर, लोग स्कूटी और बाइक लेकर भी नहीं निकल सकते। 4 दिन पहले विद्यापीठ मार्ग के लोगों ने विधायक और न.प. प्रधान से इस सड़क को पहले जैसा बनाकर देने की गुहार लगाने वाले पोस्टर और बैनर दुकानों तथा मकानों के आगे लगा दिए थे। भाजपा विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा ने विद्यापीठ मार्ग का 2 दिन पहले दौरा कर हालात का जायजा लिया था।

 विधायक के आदेश पर मंगलवार दोपहर बाद शहरी स्थानीय विकास विभाग के पंचकूला स्थित मुख्यालय से चीफ इंजीनियर ओ.पी. गोयल जींद पहुंचे। वह सीधे विद्यापीठ मार्ग पर गए। उनके आने की खबर लोगों को पहले से ही थी। इसके चलते विद्यापीठ मार्ग पर स्थित दुकानों के दुकानदार और इस सड़क पर बने मकानों के मालिक भारी संख्या में जमा हो गए थे। चीफ इंजीनियर गोयल ने विद्यापीठ मार्ग पर पहुंचते ही लोगों से बात की। यहां चीफ इंजीनियर के सामने समस्या बताते हुए लोगों का गुस्सा न.प. के अधिकारियों के प्रति फूट पड़ा। लोगों ने कहा कि अव्वल तो न.प. के अधिकारी डेढ़ साल से उखड़ी पड़ी इस सड़क और इससे लोगों को हो रही परेशानी जानने के लिए आते नहीं। बहुत दबाव डालने के बाद अधिकारी आते हैं तो लोगों से सीधे मुंह बात करने की बजाय लोगों को धमकाते हैं। न.प. अधिकारी विद्यापीठ मार्ग के लोगों को दर्द पर दर्द दे रहे हैं। गुस्से के साथ-साथ इस बड़ी समस्या से परेशान लोगों के दिल का दर्द भी चीफ इंजीनियर से बात करते छलक पड़ा। इस पर चीफ इंजीनियर ने कहा कि वह जल्द इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवाएंगे। लोगों ने उनकी यह बात सुनने से साफ मना करते हुए कहा कि उन्हें निर्माण कार्य पूरा होने की डैड लाइन बताई जाए।

 डैड लाइन तो चीफ इंजीनियर ने नहीं दी लेकिन यह जरूर कहा कि 15 दिन में वह फिर यहां आकर मौका देखेंगे। लोगों ने चीफ इंजीनियर को एक तरह से घेरते हुए उन्हें पूरे विद्यापीठ मार्ग का निरीक्षण करने के लिए मजबूर कर दिया। दरअसल चीफ इंजीनियर विद्यापीठ मार्ग को एक नजर देखने के बाद वापस जाने के मूड में थे लेकिन परेशान लोग अलग ही मूड में थे और उन्होंने चीफ इंजीनियर का रास्ता रोककर उन्हें पूरे विद्यापीठ मार्ग पर घुमाकर परेशानी से अवगत करवाया। चीफ इंजीनियर ने इस अधूरी पड़ी सड़क के फोटो भी अपने मोबाइल में कैद किए।  

Isha