गांवों में इलैक्ट्रॉनिक मीटर लगाने के काम में आएगी तेजी

5/22/2019 12:12:18 PM

जींद(ललित): जींद सर्कल में लोगों को गर्मी के मौसम में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, इसी को देखते हुए निगम ने कमर कस ली है। मंगलवार को अधीक्षक अभियंता श्यामबीर सैनी ने नगूरां सब डिवीजन में पहुंचकर अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में डिफैक्टिव मैकेनिकल मीटर, लाइन क्रासिंग के दौरान हादसे रोकने को लेकर मंथन हुआ। उन्होंने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वह ट्रांसफार्मरों का तेल अवश्य चैक करें, क्योंकि गर्मी के मौसम में ट्रांसफार्मरों में तेल कम हो जाता है। इस कारण ट्रांसफार्मर जलने का खतरा अधिक रहता है।
 
बैठक में जींद सर्कल में निगम द्वारा सैटलमैंट स्कीम की प्रोग्रैस रिपोर्ट पर मंथन हुआ। बैठक में अधीक्षक अभियंता ने कर्मचारियों से पूछा कि अब तक कितने बिजली के मीटर स्कीम के तहत बदले गए हैं और भविष्य में किस प्लान के तहत काम होगा। अधीक्षक अभियंता ने बताया कि जींद सर्कल में सैटलमैंट स्कीम के तहत एक लाख उपभोक्ताओं ने 3700 करोड़ रुपए की राशि निगम के पास जमा करवाई थी। योजना का लाभ उठाने वाले उपभोक्ताओं के पुराने बिजली के मीटरों की जगह अब इलैक्ट्रोनिक्स मीटर लगाने का काम निगम ने शुरू किया है।

गांवों में इस समय मैकेनिकल और इलैक्ट्रो मैकेनिकल मीटर आज भी लगे हुए हैं। निगम ने सैटलमैंट योजना को लेकर जब अभियान चलाया था तो गांवों में 20 साल पुराने बिजली के मीटर भी लगे हुए थे। अब निगम द्वारा पुराने मीटरों की जगह नए मीटर लगाने का काम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि जिन उपभोक्ताओं के डिफैक्टिव मैकेनिकल मीटर हैं, उनको तुरंत बदला जाएगा। उनकी जगह इलैक्ट्रानिक बिजली मीटर लगाए जाएंगे।

बैठक में अधीक्षक अभियंता ने लाइन क्रासिंग के दौरान उठाए गए कदमों को लेकर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि जहां पर लाइन क्रासिंग होती है, वहां पर निगम द्वारा खास कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वह लाइन क्रासिंग वाली जगह पर नीचे वाली लाइन पर इंसुलेटिड स्लीव लगाने का काम करें ताकि हादसों को कम किया जा सके। इंसुलेटिड स्लीव एक ऐसा उपकरण है, जो रबड़ की तरह होता है।

इसको नीचे वाली लाइन पर लगाने से यदि तेज हवाओं के दौरान लाइनें आपस में टकराती हैं तो करंट आने या शार्ट सर्किट होने की संभावना नहीं के बराबर हो जाती है। कई बार सामने आया है कि एक लाइन बंद कर दी जाती है दूसरी लाइन पर काम किया जाता है। तेज हवाओं के कारण तारें टकराने से दूसरी लाइन में भी करंट आ जाता है और हादसे हो जाते हैं। इंसुलेटिड स्लीव ऐसे हादसों को पूरी तरह से समाप्त करेगी। 

लोग निगम का करें सहयोग : सैनी
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधीक्षक अभियंता श्यामबीर ने कहा कि जिन उपभोक्ताओं ने सैटलमैंट स्कीम का लाभ उठाया है, उनके घरों के बाहर निगम द्वारा इलैक्ट्रानिक मीटर लगाए जा रहे हैं। लोगों को निगम का सहयोग करना चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से बिजली का बिल भरने की आदत डालनी चाहिए। निगम लोगों को सस्ती बिजली देने के लिए वचनबद्ध है। 

लाइन लोस कम करने के निर्देश
अधीक्षक अभियंता ने अधिकारियों को गांवों में लाइन लोस कम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीमें बनाकर चैकिंग अभियान चलाया जाए ताकि गांवों में बिजली चोरी को रोका जा सके। यदि जरूरत पड़ती है तो पुलिस की मदद ली जाए। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी करना दंडनीय अपराध है। ग्रामीणों को नियमित बिजली बिल भरने की आदत डालनी चाहिए। यदि ग्रामीण नियमित रूप से बिजली का बिल भरते हैं तो इसका फायदा ग्रामीणों को होगा। उन्हें 24 घंटे बिजली मिलेगी। 

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