SYL, बिजली तथा पानी को लेकर इनैलो ने दिया धरना, PM व CM के नाम ADC को सौंपा ज्ञापन

5/6/2017 1:29:12 PM

जींद(सुनील मराठा):जुलाना हलके के इनैलो कार्यकर्ताओं ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार एस.वाई.एल. नहर का निर्माण करवाने, प्रदेश में बिजली तथा पानी की समस्या का समाधान करवाने की मांग को लेकर गत दिवस लघु सचिवालय परिसर के बाहर एक दिवसीय धरना दिया। धरने पर इनैलो के नवनियुक्त जिला प्रधान कृष्ण राठी मुख्यातिथि के रुप में शिरकत की। धरने की अध्यक्षता जुलाना से इनैलो विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने की। धरने के बाद इनैलो के पदाधिकारियों ने मांगों का एक ज्ञापन जींद की ए.डी.सी. के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पास भेजा। 

कृष्ण राठी ने कहा कि हरियाणा के अलग अस्तित्व में आने के बाद केंद्र सरकार ने पानी के बंटवारे को लेकर एक कमेटी बनाई थी। कमेटी ने एस.वाई.एल. नहर से हरियाणा को 3.78 एम.ए.एफ. पानी देने की सिफारिश की थी। केंद्र सरकार ने हरियाणा को केवल 3.5 एम.ए.एफ. पानी का हिस्सा दिया। तत्कालीन मुख्यमंत्री देवीलाल ने पंजाब सरकार को नहर के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए की राशि दी थी। 1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मौजूदगी में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में समझौते के अनुसार नहर का निर्माण 31 दिसम्बर 1981 तक पूरा किया जाना था।

तत्कालीन मुख्यमंत्री देवीलाल के कार्यकाल में 1987 से 90 तक नहर का 60 प्रतिशत निर्माण का कार्य पूरा हुआ था। सर्वोच्च न्यायालय ने एक वर्ष में पंजाब सरकार को नहर का निर्माण पूरा करने का समय दिया था लेकिन अब पंजाब सरकार ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए हरियाणा को पानी देने से मना कर दिया तथा पंजाब में नहर को बंद करवा दिया। राठी ने कहा कि प्रधानमंत्री बड़े खेद की बात है कि पंजाब द्वारा अपने खिलाफ फैसला आ जाने के भय से 2016 में पंजाब सरकार ने विधानसभा बजट सत्र में एक कानून पारित किया कि राज्य में एस.वाई.एल. नहर के लिए अधिग्रहण की गई जमीन को किसानों को वापिस कर दी जाए और ऐसा कदम पंजाब की सरकार द्वारा संघीय ढांचे पर फिर से एक प्रहार है। उन्होंने जल्द से जल्द एस.वाई.एल. नहर के निर्माण कार्य को पूरा करवाने तथा हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलाने की मांग की। धरने पर बैठे लोगों को संबोधित करते हुए विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने कहा कि प्रदेश में इस समय बिजली तथा पानी का संकट गहरा गया है।

लाइन लोस के नाम पर 10-10 घंटे के बिजली के कट लगाए जा रहे हैं जो बहुत ही दुखद है। गर्मी के कारण लोगों का बुरा हाल है लेकिन सरकार को जनता की जरा भी ङ्क्षचता नहीं है। इसी प्रकार नहरी पानी 60 दिन बाद नहरों में आता है। इसके चलते जल घरों में पानी की किल्लत हो जाती है तथा किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है। ढुल ने मुख्यमंत्री से मांग की कि बिजली के कट को बंद करके जनता को 24 घंटे बिजली दी जाए तथा नहरी पानी की किल्लत को दूर करवाया जाए।