जींद के कई युवा बने लैफ्टिनैंट, लक्ष्य से नहीं भटके अरविंद

12/12/2017 3:42:07 PM

जींद: जींद की जमीन से हाल ही में कई युवा लैफ्टिनैंट बनकर उभरे हैं। इनमें ढिगाना गांव और हाल आबाद डिफैंस कॉलोनी के राजेश कुमार के पुत्र सन्निहित गहलावत और रोहतक रोड की गुरुद्वारा कॉलोनी के अरविंद वालिया शामिल हैं। इन्होंने देहरादून और बिहार के गया में प्रशिक्षण प्राप्त करके थल सेना में लैफ्टिनैंट का कार्य भार संभाला। डिफैंस कॉलोनी के सन्निहित गहलावत ने जींद के एक निजी स्कूल से 10वीं और केंद्रीय विद्यालय से 12वीं करने के बाद एन.आई.टी. गुजरात के सूरत में बी-टैक में दाखिला लिया। इसके 6 महीने बाद सन्निहित गहलावत पहली बार में ही एन.डी.ए. में सलैक्टिड हो गए। उन्होंने 3 साल तक पूना में और एक साल देहरादून में ट्रेनिंग की। सन्निहित के पिता राजेश कुमार भी एयर फोर्स में कार्यरत हैं। उनका लगभग पूरा परिवार आर्मी से संबंध रखता है। राजेश कुमार ने बताया कि सन्निहित बहुत ही मेहनती लड़का है और उसने कठोर मेहनत के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। उनको लैफ्टिनैंट बनने में सबसे बड़ा हाथ उनके दादा का है। उनके दादा के प्रोत्साहन से ही उसे अपनी मंजिल मिली। पासिंग आऊट परेड पर परिवार के सदस्यों ने भाग लिया और अपने बेटे को लैफ्टिनैंट बनता देख वह फूले नहीं समाए। 

लक्ष्य से नहीं भटके अरविंद
सिर से पिता का साया उठ जाने के बाद भी अपने लक्ष्य से नहीं भटके अरविंद वालिया। जींद के रोहतक रोड की गुरुद्वारा कॉलोनी के एक मध्यम परिवार से संबंध रखने वाले अरविंद वालिया ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा अच्छे अंकों से उन परिस्थितियों में क्लीयर की, जब उनके पिता नरेंद्र वालिया की मौत हो गई थी। अपने सिर से पिता का साया उठ जाने के बाद भी अरविंद अपने लक्ष्य से नहीं भटके और उन्होंने 2013 में एन.आई.टी. में दाखिले के दौरान एन.डी.ए. में इंटरव्यू दिया और उनका सलैक्शन हो गया। इसके बाद अरविंद वालिया ने बिहार के गया में ट्रेनिंग की और लैफ्टिनैंट बन कर उभरे। पासिंग आऊट परेड पर उनकी मां संगीता और भाई अभिषेक वालिया ने भाग लिया। अपने बेटे को लैफ्टिनैंट बना देख अरविंद वालिया की माता संगीता वालिया की आंख से आंसू छलक उठे।