अगर शौचालय होगा स्वच्छ व सुंदर तो मिलेगा अवार्ड

1/3/2019 12:56:20 PM

जींद(घोघडिय़ां): अगर आपके घर का शौचालय दूसरे घरों के शौचालयों की तुलना में साफ, स्वच्छ और सुंदर है तो इसके लिए आपको अवार्ड मिल सकता है। जी हां, स्वच्छ भारत मिशन के तहत 1 जनवरी से 31 जनवरी तक ग्रामीण क्षेत्र में अभियान चलाया जाएगा। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में सार्वजनिक और व्यक्तिगत शौचालयों का निरीक्षण किया जाएगा। जिस भी घर का शौचालय स्वच्छ और सुंदर दिखेगा और इस पर स्वच्छता का संदेश मिलेगा तो उसका फोटो क्लिक कर मुख्यालय को भेजा जाएगा। जिले में 5 सबसे स्वच्छ और सुंदर शौचालयों के लिए मंत्रालय की तरफ से राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। जींद जिले के ग्रामीण क्षेत्र में साल 2012 के सर्वे के अनुसार 1 लाख 57 हजार से ज्यादा घरों में शौचालय बनाए जा चुके हैं।

इसमें जींद ब्लाक में 29,426, जुलाना ब्लाक में 17,577, अलेवा में 13,369, नरवाना ब्लाक में 34,689, उचाना ब्लाक में 25,858, सफीदों ब्लाक में 20,975 और पिल्लूखेड़ा ब्लाक में 15,108 घरों में शौचालय बनाए जा चुके हैं। इनमें बी.पी.एल., ए.पी.एल., जनरल समेत सभी कैटेगरी के परिवार शामिल हैं। इसके बाद पिछले साल के अंत में जींद जिला ओ.डी.एफ. भी घोषित हो चुका है। स्वच्छता के लिए समय-समय पर विशेष अभियान चलाए जाते हैं। इसमें खुले में शौचमुक्त बनाने का अभियान प्रमुख रहता है। स्वच्छ अभियान और खुले में शौचमुक्त अभियान के तहत ही ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर में शौचालयों का निर्माण करवाया गया है। इसके अलावा सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण भी ग्राम पंचायत लैवल पर करवाए गए हैं। स्वच्छता को लेकर चलाए गए अभियान से लोगों में जागरूकता भी आ रही है। अब सार्वजनिक और खुद के व्यक्तिगत शौचालयों को सुंदर दिखाने के लिए भी एक-दूसरे में होड़ शुरू होने लगी है। 

पूरे राज्य में टॉप-3 जिले और हर जिले से 5 फोटो होंगे सिलैक्ट
सबसे स्वच्छ सुंदर शौचालय के लिए 3 स्तर निर्धारित किए गए हैं। इनमें व्यक्तिगत, ग्राम पंचायत और जिला स्तर शामिल हैं। सबसे स्वच्छ सुंदर शौचालय के तहत पूरे राज्य में सबसे सुंदर शौचालयों वाले 3 जिलों को चयनित किया जाएगा। हर जिले से 5 बैस्ट फोटो सिलैक्ट होंगे। इन फोटो को खंडस्तरीय कार्यालय के माध्यम से जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कार्यालय में जमा करवाया जाएगा। इसके बाद 10 फरवरी से पहले इन्हें विभाग के मंत्रालय के पास भेजा जाएगा। इसके बाद ही मंत्रालय की तरफ से होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम में सम्मानित कर पुरस्कृत किया जाएगा। इसमें गांव के सरपंच से लेकर संबंधित विभाग के ब्लाक और जिला स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल होंगे। अपने जिले को टॉप-3 में ले जाने के लिए सबकी जिम्मेदारी तय होगी। 

नए साल में शुरू की प्रतिस्पर्धा 
नए साल में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की तरफ से शौचालयों को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए 1 जनवरी से 31 जनवरी तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें टॉयलट को सुंदर बनाने को लेकर एक तरह से स्पर्धा आयोजित की गई है। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अपने घरों के शौचालयों को विभिन्न तरह से नया लुक देंगे। वाल पेंटिंग से लेकर डिजाइङ्क्षनग से टॉयलट को सुंदर बनाना होगा। टॉयलट पर लोकल कला और स्वच्छ भारत मिशन के संदेश, प्रतीक या चिन्ह दर्शाए जा सकते हैं। इसके अलावा टॉयलट पर प्रेरक चित्रकारी भी करवाई जा सकती है, ताकि दूसरे घरों के शौचालयों से सुंदर दिख सके। हर टॉयलट से स्वच्छता का संदेश मिलेगा और सुंदर दिखेगा, तभी वह स्पर्धा में शामिल होगा और इसके बाद ही उसका फोटो क्लिक किया जाएगा। जिले के टाप सबसे सुंदर दिखाई देने वाले शौचालयों का चयन किया जाएगा। इसके बाद उन परिवारों को सम्मानित किया जाएगा।
 

Deepak Paul