मोदी के चहेते सरपंच की पत्नी चुनाव हारी

1/10/2016 8:56:10 PM

जींद : देश-विदेश में सुर्खियों में रहा जिले के बीबीपुर गांव के सरपंच रहे सुनील जागलान की पत्नी दीपा जागलान चुनाव हार गईं। जींद खंड के बीबीपुर गांव के सरपंच पद की चुनावी जंग में सुनील जागलान की पत्नी दीपा जागलान समेत कुल मिलाकर तीन उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। रविवार को गांव में सरपंच के चुनाव को लेकर जमकर मतदान हुआ। रविवार सायं चुनावी नतीजे घोषित किए गए तो इसमें सुनील जागलान की पत्नी दीपा जागलान को गांव की दीपिका ने 85 मतों के अंतर से पराजित कर दिया। 

बीबीपुर के सरपंच पद के चुनाव में दीपिका साहू को 1555, दीपा जागलान को 1470 तथा कमलेश को 25 वोट मिले। सुनील जागलान की पत्नी दीपा जागलान की इस हार पर उनके विरोधियों में उत्साह जैसा माहौल बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात प्रोग्राम से सेल्फी विद डॉटर कैंपेन का आइडिया देने वाले बीबीपुर के सरपंच सुनील जागलान ने खूब वाहावाही बटोरी थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बेटी बचाओ अभियान का चार बार जिक्र कर चुके हैं। मोदी ने दो बार अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में इस अभियान की तारीफ की। एक बार अमेरिका और एक बार लंदन में इस अभियान के बारे बताया और इसकी तारीफ की।

क्यों खास है बीबीपुर गांव 

बीबीपुर गांव पिछले पांच सालों से यहां की महिला पंचायत द्वारा उठाए गए मुद्दों के कारण सुर्खियों में रहा है। कन्या भ्रूण हत्या को लेकर गांव में हुई पहली महिला खाप महापंचायत,सेल्फी विद डॉटर आदि बेटी बचाओ को लेकर गांव में चलाए गए अभियान के कारण बीबीपुर गांव में देश-विदेश में चर्चा में रहा। इस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी देश-विदेश में बीबीपुर गांव की तारीफ की है। इसके चलते बीबीपुर गांव प्रदेश के अन्य गांवों से खास गांवों की श्रेणी में आता है। 

विवादों में भी रहे सुनील जागलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात प्रोग्राम से सेल्फी विद डॉटर कैंपेन का आइडिया देने वाले बीबीपुर के सरंपच सुनील जागलान ने खूब वाहावाही बटोरी थी। सरपंच पर गांव के विकास कार्य करवाने को लेकर कई तरह के गंभीर आरोप भी लगे। उन पर आरोप है कि उन्होंने पंचायत के फंड का निजी लोगों को लाभ पहुंचाने में इस्तेमाल किया है। जागलान के खिलाफ गांव के लोगों ने सरकार और प्रशासन से कुछ समय पहले शिकायत की थी। शिकायत में सरपंच पर पंचायती फंड के दुरुपयोग से लेकर इसमें गबन तक के कई तरह के आरोप लगाए गए थे। पिछले साल 16 मार्च को जींद के तत्कालीन डीसी अजित बालाजी जोशी ने उन्हें निलंबित कर दिया था।