जसिया रैली का विरोध करने वाले कौम के गद्दार : मान

punjabkesari.in Monday, Nov 06, 2017 - 11:54 AM (IST)

जींद:अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष सुनीता मान ने 26 नवम्बर को जसिया में हो रही जाट रैली का विरोध करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें जाट कौम के जयचंद और गद्दार बताया। रविवार को पत्रकारों से बातचीत में सुनीता मान ने कहा कि 26 नवम्बर को रोहतक के जसिया में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति जाट महारैली का आयोजन कर रही है। 

इस रैली में जाट आरक्षण आंदोलन से लेकर पिछले साल हुए जाट आंदोलन के सिलसिले में जेलों में बंद युवाओं को रिहा करवाने को लेकर आंदोलन का ऐलान होगा। अब कुछ लोग इस रैली का विरोध कर रहे हैं। इनमें कुछ सरपंच और कुछ ऐसे लोग शामिल हैं, जिन्हें यशपाल मलिक ने संघर्ष समिति से बाहर कर दिया है। सुनीता मान ने कहा कि रैली का विरोध करने वाले सरपंच यह बताए कि उन्होंने आज तक कब जाट आरक्षण आंदोलन का समर्थन किया है। रैली का विरोध करने वाले लोग सरकार के इशारे पर यह सब कर रहे हैं। सरकार से ग्रांट लेने के लिए कुछ सरपंच रैली का विरोध कर रहे हैं, जबकि असली जाट सरपंच रैली और आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि संघर्ष समिति से निकाले गए कुछ स्वयंभू नेता भी सरकार के इशारे पर रैली और यशपाल मलिक का विरोध कर रहे हैं। यह लोग असल में कौम के जयचंद हैं। मान ने कहा कि इस तरह के लोग सांसद राजकुमार सैनी और पूर्व विधायक रोशन लाल आर्य के प्रति तो हमदर्दी रखते हैं, जो आए दिन जाट समुदाय को गाली दे रहे हैं और उस यशपाल मलिक का विरोध कर रहे हैं, जो जाट समुदाय के हकों और मान सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं। सुनीता मान ने कहा कि इस साल हुए जाट आंदोलन के मंच से कुछ लोग जाट समुदाय के 7 गद्दारों को पानी पी-पीकर कोसते थे। आज यही लोग कौम के इन 7 गद्दारों के साथ मिल गए हैं और इन लोगों की नजर चंदे की राशि पर है। 

इनमें कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो छंटनीग्रस्त कर्मचारी रहे और छंटनीग्रस्त कर्मचारियों के आंदोलन के नाम पर कैथल में लाखों रुपए की राशि डकारने के आरोपों में घिरे रहे हैं। इस तरह के तमाम लोग मिलकर भी अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक के आंदोलन को कमजोर नहीं कर सकते। कौम के जयचंद जसिया रैली को विफल बनाने के जितने प्रयास करेंगे, रैली उतनी ही कामयाब होगी। 
 


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