यौन शोषण के अारोपी 3 अध्यापकों का दोबारा होगा मेडीकल परीक्षण

1/12/2018 10:57:39 AM

जींद(ब्यूरो):3 अध्यापकों पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा तक भले ही एस.आई.टी. और शिक्षा विभाग की जांच कमेटी नहीं पहुंच पाई हो लेकिन हरियाणा महिला आयोग मामले को लेकर बेहद गंभीर है। मामले में विद्यालय के उन 3 अध्यापकों को दोबारा मैडीकल जांच से गुजरना होगा, जिनके नाम छात्रा ने पत्र में लिखे हैं। हरियाणा महिला आयोग ने जींद की निलम्बित जिला शिक्षा अधिकारी वंदना गुप्ता से स्पष्टीकरण मांगा है कि छात्रा की शिकायत को उन्होंने इतने लंबे समय तक दबाकर क्यों रखा। आयोग उन अधिकारियों की सूची भी बना रहा है, जो मामले की जांच में ढील बरत रहे हैं। 

वीरवार को हरियाणा महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी जींद के इस मामले की जांच की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा करने दूसरी बार जींद पहुंची। उन्होंने जांच कर रहे एस.आई.टी. के प्रभारी डी.एस.पी. रामभज से पहले जांच रिपोर्ट मांगी। उन्होंने सिविल सर्जन डा. संजय दहिया को विद्यालय के उन तीनों अध्यापकों की दोबारा अपनी मौजूदगी में मैडीकल जांच के निर्देश दिए, जिन पर छात्रा ने यौन शोषण के आरोप जड़े हैं। उन्होंने कहा कि 3 अध्यापकों में से 1 के शरीर पर कुछ निशान ऐसे मिले हैं, जो छात्रा ने बताए हैं। इसी कारण तीनों अध्यापकों की दोबारा सिविल सर्जन की मौजूदगी में मैडीकल जांच की जरूरत आयोग ने महसूस की है। 

अब तक 16 लड़कियों के बयान दर्ज
सुमन बेदी ने कहा कि इस मामले में अब तक 16 लड़कियों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। यह वह लड़कियां हैं, जिनके नाम आरोप लगाने वाली लड़की से मिलते हैं। बेदी ने शिक्षा विभाग के उन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सूची तैयार करने के निर्देश भी दिए, जिन्होंने मामले की जांच में ढील बरती है। जांच में अगर इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी में कोताही बरतने की पुष्टि हुई तो महिला आयोग की ओर से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को लिखा जाएगा।